भाजपा छुटा हुआ कारतूस, 2022 में दें वोट की चोटः नरेश टिकैत तीनों कृषि कानूनों की वापसी व भाजपा को उखाड़ फेंकने की भरी हुंकार

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शामली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने कहा है कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि भाजपा छुटा हुआ कारतूस है, इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा हिन्दू व मुस्लिमों को आपस में लडाने का काम किया हैं। किसानों ने भाजपा को सबसे ज्यादा सहयोग दिया है लेकिन आज उसी भाजपा तीन कृषि कानून लाकर किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। उन्होंने किसानों से आहवान किया कि वे 2022 के चुनाव में भाजपा को वोट की चोट देकर उसे सत्ता से उखाड फेंके।
चौ० नरेश टिकैत रविवार को गढ़ीपुख्ता के गांव दुल्लाखेडी में आयोजित किसान महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा छुटा हुआ कारतूस है इससे डरने की जरूरत नहीं है।  हम 2013 में हुए साम्प्रदायिक दंगों के भुक्तभोगी है, भाजपा ने आपसी सौहार्द का नाश कर दिया है, भाजपा ने इतनी घटिया चाल चली जिससे लोगों का दिमाग हैंग हो गया। उन्होंने कहा कि किसान भाजपा के किसी भी बहकावे में न आएं अन्यथा बर्बाद हो जाओगे। किसानों ने भाजपा को सबसे ज्यादा सहयोग किया लेकिन आज यही सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है। भाजपा सरकार ने तीन कृषि कानून लाकर अपनी किसान विरोधी होने का सबूत दे दिया है। उन्होंने कहा कि हमें जाति भेदभाव को भुलाना होगा। हमें कोई चुनाव नहीं लड़ना है। कृषि कानूनों के विरोध में पिछले करीब 11 महीने से किसान दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है। आंदोलन कर रहे किसान अपने घर नहीं आए, उन पर प्रतिदिन तरह-तरह के आरोप लगते हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी में मनमुटाव है तो वह भी दूर हो जाएगा, इस समय एकजुट होने की जरूरत है, यह धर्मयुद्ध है इसलिए सभी बढ-चढकर भाग लेकर 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को उखाड फेंको। उन्होंने कहा कि सरकार ने गन्ना का भाव भी नहीं बढ़ाया। हरियाणा में गन्ने का भाव 362 रुपये है, पिछले साल 350 रुपये का था, किसान गन्ने की खेती तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें कुछ फायदा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2000 से 2100 रुपये बिजली का बिल आता है जबकि हरियाणा में 250-300 रुपये का बिल आता है वहां भी भाजपा की सरकार है। भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने में लगी है। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली में चल रहे आंदोलन में भी समय मिलने पर सहयोग करें। उन्होंने आहवान किया कि कृषि कानूनों की वापसी तथा 2022 के चुनाव में भाजपा को वोट की चोट देकर उसे सत्ता से बेदखल करने का काम करें। सम्मेलन को विनय चौधरी बत्तीसाखाप भैंसवाल, चौ. जगपाल सिंह, चौ. रविन्द्र सिंह, सरदार साहब सिंह, चौ. रणबीर सिंह, मुनव्वर जंग, अरविन्द खोडसमा, ताज मौहम्मद, रोकी चौधरी, पंकज सरोहा, किसान यूनियन अध्यक्ष चौ. सवित मलिक, रणकुमार, प्रसन्न चौधरी, कुलदीप पंवार, शेरसिंह राणा, जगमेर सिंह, बाबा सूरजमल, अंकुज चौधरी ने भी संबोधित करते हुए भाजपा सरकार को उखाड फेंकने का आहवान किया। सम्मेलन के आयोजक रविन्द्र राणा व मनोज राणा रहे। सम्मेलन की अध्यक्षता ठा. कानसिंह पुंडीर व संचालन मनोज राणा ने किया। इस अवसर पर भारी संख्या में किसान मौजूद रहे। दूसरी ओर किसान महासम्मेलन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, एलआईयू के अधिकारी तथा फायर ब्रिगेड कर्मचारी भी मौजूद रहे।
रिपोर्ट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।