जेल में बंद शामली के युवक की मौत से कोहराम मचा , परिजनों ने पुलिस व स्थानीय नेता पर लगाए गंभीर आरोप , झूठा मुकदमा दर्ज कराने व उनकी कोई सुनवाई न होने देने के लगाए आरोप

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शामली। शहर के मौहल्ला पंसारियान में घर में घुसकर गाली गलौच, मारपीट व युवती के साथ छेड़छाड़ के मामले में जेल भेजे गए एक युवक की जेल में अचानक तबीयत खराब होने के बाद मेरठ में उपचार के दौरान मौत हो गयी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। परिजनों ने कोतवाली पुलिस व एक स्थानीय नेता पर जान बूझकर युवक को झूठे केस में जेल भिजवाने व उनकी कोई सुनवाई न होने देने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। सूचना पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने किसी प्रकार परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। वहीं शामली पुलिस का कहना है कि जेल भेजने से पूर्व युवक का मेडिकल परीक्षण कराया गया था जिसमें उसे कोई बाहरी या अंदरूनी चोट नहीं थी।
जानकारी के अनुसार 25 मई को शहर के मौहल्ला पंसारियान निवासी दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर गाली गलौच, मारपीट, महिलाओं से छेडछाड व जान से मारने की धमकी दी थी। घटना के संबंध में अनिल पक्ष की ओर से शामली कोतवाली में दूसरे पक्ष के राहुल, साहिल, आकाश उर्फ छोटा पुत्र राकेश, राकेश, गीता पत्नी राकेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने एक आरोपित आकाश उर्फ छोटा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। गत दिवस जेल में बंद आकाश की तबीयत अचानक खराब हो गयी जिसके बाद मुजफ्फरनगर जेल अधीक्षक द्वारा आकाश को जिला अस्पताल मुजफ्फरनगर में भर्ती कराया गया जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे मेरठ के लिए रैफर कर दिया जहां उपचार के दौरान देर रात आकाश की मौत हो गयी। जेल अधीक्षक ने शामली पुलिस को आकाश की मौत की सूचना दी जिसके बाद पुलिस द्वारा आकाश के परिजनों को मामले से अवगत कराया गया। आकाश की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने कोतवाली के एक दरोगा व एक स्थानीय नेता पर उनके खिलाफ ही झूठा मुकदमा दर्ज कराने तथा उनकी कोई सुनवाई न होने देने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। मृतक के परिजनों का आरोप था कि स्थानीय नेता ने उनसे मामले में समझौता कराने के नाम पर एक लाख रुपये मांगे थे, उन्होंने 50 हजार रुपये दे भी दिए थे लेकिन इसके बावजूद भी दूसरे पक्ष ने उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया जिसमें पुलिस ने आकाश को जेल भेज दिया था जहां उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर किसी प्रकार शांत किया। इस संबंध में एसएसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि इस मामले में एक आरोपित आकाश को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेजा गया था। इससे पहले आकाश का मेडिकल परीक्षण कराया गया था जिसमें उसे किसी प्रकार की अंदरूनी या बाहरी चोट नहीं थी। मुजफ्फरनगर जेल से सूचना मिली कि आकाश की तबीयत खराब हो गयी है, उसे मेरठ मेडिकल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी है, मृतक के परिजनों को इस संबंध में सूचना दे दी गयी, वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है, पोस्टमार्टम होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।