धर्म-कर्म

पूरी आस्था के साथ मनाया जा रहा गुरु हर गोबिंद का प्रकाश पर्व,रविवार को भी कुछ गुरूद्वारों में पड़ेगे भोग

देहरादून। सिखों के छठवें गुरु हर गोबिंद साहिब का 426वां प्रकाश पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस मौके पर शहर के गुरुद्वारों में सुबह नितनेम के बाद अरदास और कीर्तन का आयोजन किया गया। कुछ गुरुद्वारों में रविवार को भोग पड़ेंगे।
देहराखास स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु हरि राय साहिब में किरनदीप सिंह व दीपक सिंह ने सबद तुझ बिन अवर न जाणा मेरे साहिबा गुण गावा नित तेरे…, मैं चारे कुंडा भालीया तुध जेवड न साईया… का गायन कर संगत को निहाल किया। इसके बाद सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी और प्रभलीन कौर ने सबद गायन किया। संगत ने सुख-शांति और कोरोनाकाल में दिवंगत हुए व्यक्तियों की आत्मा के लिए गुरु चरणों में अरदास की। गुरुद्वारा के अध्यक्ष एचएस कालड़ा ने गुरु हर गोबिंद साहिब के जीवन के बारे में बताया। इस मौके पर महासचिव परवीन मल्होत्रा, उपाध्यक्ष परमजीत सिंह, अजीत सिंह, नरेश सिंह खालसा, विजय खुराना आदि मौजूद रहे। वहीं, गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा आढ़त बाजार में प्रकाश पर्व पर अखंड पाठ शुरू हुआ। इसके भोग रविवार को पड़ेंगे और कथा-कीर्तन होगा। सुबह चरणजीत सिंह ने आसा दी वार का सबद जमियां पूत भगत गोबिंद का… और सतवंत सिंह ने दीप दुखी दा पतशाह पातशाहा पातशाह अडोला… का गायन किया। हेड ग्रंथी शमशेर सिंह ने कहा कि गुरु ने मीरी व पीरी तलवारें पहनकर भक्ति व शक्ति का सुमेल किया।
जत्थे के प्रधान गुलजार सिंह ने कहा कि गुरु हर गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व रविवार को श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा। इस मौके पर सभा के अध्यक्ष गुरबख्श सिंह, गुलजार सिंह, सेवा सिंह मठारू, जगमिंदर सिंह छाबड़ा, सतनाम सिंह, गगनदीप सिंह, देविंदर सिंह भसीन, जसवंत सिंह आदि मौजूद रहे।

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