Uncategorized

भाई हो तो ऐसाः पालतू कुत्ते ने अपनी जान देकर रक्षाबंधन पर बहन( मालिक की बच्ची) की जान बचाई

देहरादून। कुत्ते की वफादारी के किस्से तो आम है। घर में पाला हुआ कुत्ता अपने परिवार का सही मायनों में रक्षक होता है। ऐसा कई बार देखने को मिलता है। डोईवाला कस्बे की ग्राम पंचायत मारखम ग्रांट के बुल्लावाला में रक्षाबंधन के दिन 11 साल की बच्ची को गुलदार से बचाते हुए कुत्ते की मौत हो गई। बच्ची अपने पालतू कुत्ते को भाई की तरह से प्यार करती थी और रक्षाबंधन पर उसने अपने कुत्ते को राखी बांधी थी। शाम को एक भाई का फर्ज निभाते हुए कुत्ते ने बच्ची पर गुलदार के हमले के दौरान उससे सघर्ष करते हुए अपनी जांन दे दी।
मिली जानकारी के अनुसार इंसानों से अधिक कई मायनों में फालतू जानवर अधिक वफादारी निभाते है। इसके बहुत सारे किस्से सामने आते है। इसी कड़ी में रक्षाबंधन के दिन बच्ची ने अपने घरेलू कुत्ते को राखी बांधी थी। जिसका फर्ज निभाते हुए शाम के समय 7.30 बजे के करीब कुत्ते संग आंगन में खेल रही बच्ची पर गुलदार के झपटने से पहले ही कुत्ते ने गुलदार पर हमला बोल दिया। जिस पर कुत्ता गुलदार से भिड गया। लंबे संघर्ष के बाद गुलदार ने कुत्ते को मार दिया लेकिन बच्ची की जान बच गई।
वहीं आबादी क्षेत्र में राजा जी टाइगर रिजर्व से लगातार गुलदार के धमकने से ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग इस मामले में निष्क्रिय बना हुआ है और कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे कभी भी कोई बड़ी जनहानि हो सकती है।

Related Articles

Back to top button