उत्तराखण्डधर्म-कर्म

ब्रह्मचर्य पालन जीवन में सम्मान दिलाता है।

देहरादून ।*उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की जय* आज प्रयुषण पर्व के दसवें दिन सभी जैन धर्मावलंबियों ने उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म का पूजन किया । श्री माजरा जैन मंदिर जी मैं नित्य नियम पूजा एवम अन्नत चतुर्दशी की पूजा की गई विश्व कल्याण हेतु शांति धारा एवम् आज दस धर्म विधान के दसवें दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा की गई। ब्रह्मचर्य पर व्याख्या करते हुए विधान आचार्य ने बताया कि अपने ब्रह्म स्वरूप आत्मा में रमण करना निश्चय ब्रह्मचर्य है,तथा पर नारी में माता बहन का आदर लाना व्यवहार ब्रह्मचर्य है। अनंत चतुर्दशी की महत्ता बताई।आज किए गए कार्य का फल अनंत गुणा होता है अतः आज के दिन हमे कोई बुरा कार्य न करके केवल प्रभु की भक्ति आराधना और पुण्य कार्य करने चाहिए।शाम को श्री जी की संगीत मय आरती की गई और सांस्कृतिक कार्यकर्म में रजनी जैन ने धार्मिक अंताक्षरी गेम कराया ।सभी प्रतिभागियों को मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री दिनेश जैन के सौजन्य से पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया ।कल प्रातः नित्य नियम पूजन के पश्चात हवन किया जाएगा, एवम दस धर्म विधान का समापन होगा। एवम क्षमा वाणी कार्यक्रम होगा जिसमे सभी एक दूसरे से जाने अंजाने में हुई भूल के लिए एक दूसरे से क्षमा याचना करते है,इसके पश्चात सभी के लिए शुद्ध सहभोज की व्यवस्था है।इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन,मंत्री प्रवीण जैन,कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन,मुकेश जैन सुनील जैन हिमांशु जैन अतुल जैन आदिश जैन राहुल जैन,रजनी जैन मीता जैन कौशल जैन रीना जैन मधु जैन अर्चना जैन स्तुति जैन अपूर्वा जैन,सुधा जैन सहित बड़ी संख्या में समाज के श्रद्धालु उपस्थित थे।

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