उत्तराखण्डसहित्य

पुस्तक दिवस पर लेखक गांव में कार्यशाला का आयोजन

देहरादून 23 अप्रैल। विश्व पुस्तक दिवस पर थानो स्थित लेखक गांव के नालंदा पुस्तकालय में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ । कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्रीमती नीरजा शर्मा (अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखिका एवं अनुवादक) ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि पुस्तके सच्चे मित्र की भूमिका में होती हैं,यह सदैव ज्ञान और ऊर्जा का संचार करती हैं,इसलिए आज के युवा पीढ़ी को अधिक से अधिक पुस्तकालयों में जाकर पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए, लेखक गांव का यह नालंदा पुस्तकालय सबसे उपयोगी साबित होगा।यहां पर दस लाख पुस्तकों के संकलन का जो लक्ष्य लेखक गांव ने रखा है उसको निश्चित पूरा किया जाएगा। उन्होंने इस वैश्विक काल में पुस्तकों के विलुप्त होते स्वरूप पर चिंता जताई,उन्होंने कहा कि आज हम इंटरनेट आधारित ज्ञान पर आश्रित हो चुके हैं,और कई बार यह जानकारी आधारहीन और मिथ्या होती है।
इसलिए पुस्तकों का अध्ययन सम्पूर्ण ज्ञान के लिए आवश्यक होगा,लेखक गांव के मुख्य कार्याधिकारी ओम प्रकाश बडोनी ने कहा कि भारत हमेशा से ही जान विज्ञान में अग्रणीय रहा है,आवश्यकता इस बात की है कि भारतीय ज्ञान परंपरा ,जैसे वेद,पुराण, उपनिषद और हमारे धर्म ग्रंथों में समाहित ज्ञान के शोध और वैश्विक अध्ययन की है।
कार्यक्रम में नालन्दा पुस्तकालय की विभागाध्यक्ष डॉ इंदु घिल्डियाल नवानी,ईशान ममगाईं,लोकेश नवानी, सहित स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित रही।

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