कृष्ण–सुदामा की मित्रता अद्वितीय : परविंदर पुरी

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देहरादून 22 सितंबर । श्री अखिल भारतीय अखाड़ा पारिषद के अध्यक्ष श्री श्री 108 महंत रविन्द्र पुरी जी महाराज के पावन सानिध्य में श्रीमद भागवत कथा (पितरों के मोक्ष निमित्त) का आयोजन श्री अभय मठ शक्ति पीठ लक्ष्मण चौक में किया गया है ।
आज कथा छठे दिन महाराज जी ने कहा कि पूरे विश्व में निस्वार्थ मित्रता का सच्चा उदाहरण कृष्ण सुदामा चरित्र से ही उजागर होता है । कैसे कृष्ण ने राजा होते हुए भी अपने गरीब मित्र के काटों भरे पांव को आंसुओ से धोकर पुरानी पोटली से चावल छीनकर खाए और दोस्त को बिना कहे धन धान्य किया ।
इससे पूर्व व्यास जी ने कल की कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि गोपियों के संग महरास में कृष्ण ने बांसुरी की मधुर धुन पर नृत्य कर गोपियों को परम आनंद आनंद प्रदान किया जिसमे स्वयं शिव ने भी स्त्री रूप में भाग लिया और शिवानी कहलाए । कुब्जा के उद्धार कर उसे अति सुंदर बना दिया,असुर राजा भौमासुर के कारागृह से सोलह हजार एक सौ स्त्रियों को छुड़ाकर कृष्ण ने उनके साथ विवाह भी किया ।राजा परीक्षित की मोक्ष प्राप्ति के साथ कलयुग के प्रभाव का विस्तार से वर्णन सुनाया ।
सुमधुर व संगीतमय भजनो पर सभी भक्तो ने भावविभोर होकर तालियों व झूम झूम और नृत्य कर आनंद लिया ।
आज की कथा में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व महानिर्वाणी के सचिव स्वामी रविंद्र पुरी जी महाराज भी स्वयं पधारे और अपने आशीर्वचन में उन्होंने पितरों के मोक्ष व शांति के लिए भागवत पुराण की कथा का महत्व बताया ।
इस अवसर पर श्रीपृथ्वीनाथ महादेव मंदिर के सेवादारों ने भी अपनी हाजरी लगाई व रविंद्र पुरी जी महाराज व व्यास जी को सम्मानित किया । उनमें प्रमुख रूप से स्वामी भागवत पुरी जी, संजय गर्ग,नवीन गुप्ता,दिलीप सैनी,राजेंद्र आनंद,विक्की गोयल, विनोद अग्रवाल, विज जी,पंकज शर्मा,तुषार,बालेश गुप्ता,कपिल गुप्ता,प्रदीप गोयल,दीपक,एकलव्य,एम एल गुप्ता,मनोज गोयल,दीपक मित्तल,गोपाल सिंघल, गिरधर शर्मा कथा आयोजन समिति के सदस्य प्रशांत शर्मा,अमित गोयल,रीना मेंहदीरत्ता व शशि शर्मा,रीना सिंघल,अनु गुप्ता,रेखा बंसल सहित सैकड़ों भक्त जन उपस्थित थे। आज के प्रसाद भोग की सेवा गौरव अग्रवाल व सब्बरवाल परिवार की ओर से की गई