उत्तराखण्ड

पेयजल संकट को लेकर बड़कोट बाजार बंद 6 साल में भी पंपिंग परियोजना अधूरी

उत्तरकाशी 21 जून । उत्तरकाशी के लोग इस भीषण गर्मी के दौर में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। 6 साल में केंद्र सरकार की पेयजल पंपिंग परियोजना के पूरे न होने के कारण स्थानीय लोगों को हर साल भारी जल संकट का सामना करना पड़ता है। बीते 16 दिनों से क्षेत्रवासी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है ऐसे में अब लोग आर-पार की लड़ाई के मूड में आ चुके हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी वह आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
अपने आंदोलन को धार देते हुए आज होटल यूनियन और व्यापारी संगठनों ने अपना समर्थन देते हुए बड़कोट बाजार को बंद रखा है। स्थानीय लोग इस बात को लेकर भी नाराज हैं कि हर साल जब वह पानी का संकट झेल रहे होते हैं तो नेता उन्हें आकर आश्वासन देते हैं तथा कहते हैं कि उनका समस्या का समाधान शीघ्र हो जाएगा, लेकिन इसके बाद काम कुछ नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस पेयजल परियोजना को 2018 में मंजूरी दी गई थी तथा 72 करोड़ की डीपीआर तैयार कर भेजी गई। परियोजना का अधिकांश काम पूरा हो चुका है सिर्फ डेढ़-दो सौ पाइप डालने का काम शेष बचा है लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं कराया जा रहा है।
उधर इस मामले में निर्दलीय विधायक यमुनोत्री संजय सेमवाल का कहना है कि उनसे पूर्व जो विधायक और विभागीय अधिकारी थे उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि लोगों को किस तरह की परेशानी और समस्या है इसकी जानकारी उन्हें है तथा शीघ्र ही सीएम और विभागीय अधिकारियों से मिलकर इसका समाधान करेंगे।

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