उत्तराखण्ड

भाजपा की बैठकों में चेहरे से उतरा मास्क सोशल डिस्टेंसिंग भी हुई कम

ऋषिकेश:  एक तरफ तो कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रशासन ने कई तरह की गाइडलाइन जारी की हैं। यहां तक कि बड़े धार्मिक अनुष्ठानों पर भी रोक लगाई जा रही है। प्रदेश की बीजेपी सरकार सभी माध्यमों से लोगों को कोविड से संबंधित नियम और गाइडलाइनों का पालन करने पर जोर दे रही है। लेकिन लगता है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही इन नियमों से कोई लेना-देना नहीं है। बीजेपी कार्यकर्ता नियमों को ताक पर रखकर लगातार बैठकें कर रहे हैं।

आगामी 4 दिसंबर को उत्तराखंड दौरे पर पहुंच रहे बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम में लोगों को शामिल कराने के लिए बीजेपी नेता लगातार बैठकें कर रहे हैं। लेकिन इस बैठकों के दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसा ही कुछ ऋषिकेश नगर निगम स्वर्णजयंती सभागार में आयोजित बैठक में भी देखने को मिला।देहरादून भाजपा जिलाध्यक्ष समशेर पुंडीर ने ऋषिकेश नगर निगम सभागार में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में 70 से अधिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, लेकिन किसी ने भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया। यहां तक कि कई लोग बिना मास्क के ही कार्यक्रम में मौजूद रहे। जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कोविड-19 के नियमों का लेकर जिलाध्यक्ष से बात की, तो अपने सामने नियमों का उल्लंघन होता देख कर भी समशेर पुंडीर ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने और नियमों का पालन करने वाला बताया।

उधर, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों में कोरोना का खतरा बताकर सरकार कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान और छठ जैसे पर्व पर रोक लगा रही है। लेकिन खुद ही नियमों को ताक पर रख भीड़ जुटा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को देखकर लगता है, जैसे उन्होंने कोई संजीवनी बूटी ले रखी हो। वहीं, प्रशासन पर भी तंज कसते हुए रमोला ने कहा कि, राह चलते आम इंसान पर कार्रवाई करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ लोगों पर क्या कार्रवाई करते हैं यह देखने वाली बात होगी।

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