उत्तराखण्डसंस्कृति

भारतीय जैन मिलन का जैन प्रतिभा, संस्कार एवं बुजुर्ग सम्मान समारोह

सिद्धांतों का करें पालन, उपभोक्तावाद स
देहरादून 10 अक्टूबर 2021 भारतीय जैन मिलन की ओर से जैन प्रतिभा एवं बुजुर्ग स म्मान समारोह में बुजुर्गों व प्रतिभावान छात्र-छात्राओ को हाईस्कूल इंटर में 90%
से अधिक अंक प्राप्त करने वाले एवं 8 से 18 वर्ष आयु व 19 से 38 वर्ष आयु के दो वर्गों में पर्युषण पर्व में रात्रि भोजन त्याग, नित्य देव दर्शन, स्वाध्याय आदि करने वाले 90 बच्चों को सम्मानित किया गया।  रविवार को जैन धर्मशाला परिसर में आयोजित समारोह का शुभारम्भ जैन मिलन एकता की महिलाओं ने महावीर प्रार्थना से किया। मिलन गीत की सुन्दर प्रस्तुति जैन मिलन।
मूकमाटी द्वारा दी गयी। मंच उद्घाटन जैन मिलन प्रगति की अध्यक्षा अल्का जैन ने तथा जैन मिलन शिवालिक के अध्यक्ष राजेश जैन ने चित्र अनावरण व दीप प्रज्जवलन राजीव जैन, राकेश जैन ने किया
मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि विश्वभर में जैन धर्म जैसा कोई दूसरा धर्म नहीं है। हिंसा शस्त्रों से नहीं बचनों से भी होती है। जैन धर्म में भाव हिंसा को भी निषेध बताया है। ईश्वर ने जीभ में हड्डी नहीं दी है ताकि हम कठोर शब्द न कह सके। भगवान महावीर के आदर्शों पर चलकर ही विश्व में शांन्ति सम्भव है। जैन धर्म व सुमदाय दोनों ही शान्ति सद्भाव के प्रतीक हैं।
भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री नरेश चन्द्र जैन ने कहा कि बुजुर्ग हगारी आस्था के प्रतीक है, उनका आर्शीवाद हमेशा मिलता रहता है। इस अवसर पर 80 वर्ष आयु के दम्पति सपत्नीक को सम्मानित किया गया। आचार्य श्री विबुद्ध सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि सभी तीर्थकरों ने मानव जाति के कल्याण के लिए काम किया. सृष्टि की बेहतरी के लिए त्याग किया।
ऋषभनाथ से लेकर महावीर स्वामी का जीवन हम सभी के लिए अनुकरणीय है।
ज्योतिष दिवाकर श्री राजेश मुनि जी महाराज ने जैन मिलन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उपभोक्ताबाद का नकारात्मक असर जैन समुदाय पर भी पड़ रहा है। इस स्थिति को बदलने की जरूरत है। हमें जैन धर्म के मूल्यों का आचरण करना चाहिए। क्षुल्लक समर्पण सागर जी ने कहा कि जैन किसी औपचारिकता का नहीं बल्कि आचरण
का नाम है, आपने नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने पर जोर दिया इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष पदमश्री डॉक्टरआरके जैन, ध्यान विकसित मुनि जी महाराज ने भी समारोह को सम्बोधित किया
इस मौके पर डॉ० संजीव जैन , संदीप जैन मंत्री जैन भवन बीना जैन
ममलेश जैन, राकेश जैन, राजीव जैन, नवीन जैन, प्रदीप जैन,
पूनम जैन, मधुजैन सचिन जैन सुनील जैन,
सुरेश जैन आरके जैन संजीव जैन, डॉ० संजय जैन आदि की गौरवमयी उपस्थिति रही।
मेधावी हुए सम्मानित इंटरमीडिएट – श्रुति जैन, वर्णिका जैन, अरहन्त जैन, शुभा, रिया, काव्या, सार्थक, अनुष्का, अभिनव, प्रियाल जैन, समर्थ जैन, इशिका जैन, स्तुति जैन हाईस्कूल – अक्षरा जैन, ईशान, श्रेष्ठी, विदुषी, अशिका, आदि, भूमिका, टीशा, अंकिता, पावनी जैन, आर्जद जैन, कोमल जैन, याशिका जैन, आभास जैन, व्योग जैन।
डॉआरके जैन को वीर रत्न की उपाधि से अलंकृत किया गया। श्री सुबोध उनियाल माननीय मंत्री जी को उत्तराखण्ड रत्न की उपाधि से विभूषित किया गया।
बुजुर्ग दम्पति हुए सम्मानित –
1 रविन्द्र कुमार जैन-उषा जैन                    2 सुरेन्द्र कुमार जैन-ममता जैन
3.धन कुमार जैन-उमंगलता

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