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गढ़ी हसनपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र बना उपलों का गोदाम, प्रशासन बेखबर , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौसाना में सफाई कर्मी नहीं, फार्मेसिस्ट करते हैं सफाई

चौसाना। क्षेत्र के गढ़ी हसनपुर गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र के परिसर पर ग्रामीणों द्वारा अवैध कब्जा कर उसे उपलों का गोदाम बना दिया गया है। परिसर में उपले पाथे गए हैं और बड़े पैमाने पर बिटोड़े खड़े कर दिए गए हैं। स्थानीय जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए बनाए गए इस केंद्र के उपयोग में बाधा उत्पन्न हो रही है।

उपकेंद्र में सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) पद पर तैनात डॉ. अक्षय कुमार ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर प्रशासन और पुलिस चौकी में कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
स्वास्थ्य उपकेंद्र जैसी महत्वपूर्ण सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा न केवल गैरकानूनी है, बल्कि क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य अधिकारों का भी हनन है। स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता इस मामले को और गंभीर बना रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस की उदासीनता के चलते ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। चौकी इंचार्ज सचिन कुमार त्यागी और एसडीएम ऊन अर्चना शर्मा से उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे और स्वास्थ्य उपकेंद्र को कब्जा मुक्त कराएंगे।

इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली केवल गढ़ी हसनपुर तक सीमित नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौसाना में डॉ. अरविंद कुमार, जो फार्मेसिस्ट के पद पर तैनात हैं, खुद अस्पताल में झाड़ू लगाते हैं। हैरानी की बात यह है कि आज तक यहां किसी सफाईकर्मी की नियुक्ति नहीं हुई है। यह स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा और प्रशासन की अनदेखी को दर्शाता है। स्वास्थ्य सुविधाओं की यह दुर्दशा स्थानीय प्रशासन के लिए एक गंभीर सवाल है। अब देखना यह है कि प्रशासन इन समस्याओं को हल करने और जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए क्या कदम उठाता है।

रिर्पोट : चौसाना से अभिमन्यु चौहान के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।

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