अध्यापक एलटी की परीक्षा में धांधली करने से पहले दो गिरफ्तार

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देहरादून। एसटीएफ ने अध्यापक एलटी की परीक्षा में धांधली करने पहुंचे दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरोह का मास्टर माइंड पहले भी परीक्षा में धांधली के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।
आज यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि कुछ समय पहले उत्तराखंड एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक व्यक्ति उधम सिंह जिसका भर्ती परीक्षा में नकल कराकर पास कराने का अपना एक गिरोह है, जो भिन्न भिन्न राज्यों में समय समय पर आयोजित होने वाली अलग-अलग प्रकार की परीक्षाओं में अपने साथियों के साथ परीक्षा में नकल कराकर पैसे लेकर अभ्यर्थियों को पास कराता है। इस व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली कि यह व्यक्ति अपने एक साथी के साथ 18 अगस्त को आयोजित की गई उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की सहायक टीचर /एलटी की भर्ती परीक्षा में एक परीक्षार्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बिठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा। इस एवज में 16 लाख में सौदा तय किया गया है। जानकारी मिली कि उधम पूर्व में भी फर्जी भर्ती कराने के अपराध में अपने साथियों के साथ थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश से जेल जा चुका है।
सूचना पर कार्यवाही करतेे हुए एसटीएफ द्वारा अपनी टीमों को हरिद्वार में तैनात कर दिया गया तथा 18 अगस्त को हरिद्वार मायापुर स्थित परीक्षा केन्द्र एसवीएम इण्टर कॉलेज के बाहर से इस गिरोह का मास्टरमाइंड/ सरगना उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिह निवासी ग्राम चकबन्दी थाना सरघना जिला मेरठ एवं उसके बिहार के रहने वाले साथी अनुपम कुमार पुत्र बनारस प्रसाद निवासी निकट देवनारायण मार्केट, ओम साई अस्पताल के पीछे, मोहल्ला रामकृष्णा नगर, थाना रामकृष्णानगर, जनपद पटना, बिहार जो कि परीक्षार्थी की जगह बैठकर पेपर सॉल्व करने वाला था,दोनों को इस परीक्षा में गड़बड़ी करने से पहले ही गिरफ्तार कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर देर रात कोतवाली हरिद्वार में दाखिल किया गया है। पूछताछ करने पर आरोपी उधम सिंह ने बताया कि उसने यूकेएसएसएससी की सहायक टीचर भर्ती परीक्षा(एलटी) परीक्षा में पेपर साल्व कराने के लिये अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था, उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की एलटी भर्ती परीक्षा के लिए कुलदीप नाम के कैंडिडेट के संबंध में उसके रिश्तेदार सचिन से उसकी बात चल रही थी जिसने उसको परीक्षा केंद्र सरस्वती विघा मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार में कुलदीप के बजाय अन्य परीक्षार्थी से परीक्षा दिलवाकर पास करने की एवज में 16 लाख रूपये देने का करार हुआ था। जिस पर उसने कुलदीप सिंह का प्रवेश पत्र एवं आधार कार्ड प्राप्त कर उसके स्थान पर अपने दोस्त अनुपम कुमार जो पटना बिहार का रहने वाला है, से परीक्षा दिलाने की योजना बनाई जिसके लिये परीक्षा के बाद उसको अनुपम को 4 लाख रूपये देने थे। इस पर सोमवार को योजना के अनुसार वह दोनो यहां पर कुलदीप सिंह की जगह परीक्षा देने के लिये आये थे।