चौसाना-करनाल हाईवे पर ट्रकों की लापरवाही से बढ़ रही हैं दुर्घटनाएं , पुलिस और ट्रैफिक विभाग की अनदेखी पर उठे सवाल

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चौसाना। करनाल हाईवे पर ट्रकों द्वारा नंबर प्लेट ढंककर तेज गति से वाहन चलाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे हर रोज़ सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता जा रहा है। ट्रक चालकों द्वारा चोटी या कपड़े के बहाने नंबर प्लेट छुपाकर ट्रैफिक नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। पुलिस और ट्रैफिक विभाग की ओर से इस गंभीर मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण यह लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है।

कुछ दिन पहले सकोती गेट के पास हुए एक हादसे ने इस खतरे की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। तेज रफ्तार से आ रहे एक ट्रक ने बाइक सवार आधार केंद्र के एक कर्मचारी को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें उस व्यक्ति की पाँच पसलियां टूट गईं और कंधे की हड्डी भी फ्रैक्चर हो गई। ट्रक पर नंबर प्लेट न होने के कारण पुलिस के लिए उसकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया, और आरोपी ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस द्वारा काफी प्रयासों के बाद भी ट्रक और उसके चालक का कोई सुराग नहीं मिल पाया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रक चालकों द्वारा नंबर प्लेट छुपाने का चलन बढ़ता जा रहा है, और ट्रैफिक व पुलिस विभाग इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उनका आरोप है कि विभाग की अनदेखी के कारण ही ये लापरवाही लगातार बढ़ रही है और हाईवे पर यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है।

जनता की मांग है कि सख्त चेकिंग अभियान चलाया जाएं ताकि हाईवे पर किसी भी वाहन पर नंबर प्लेट ढकने जैसे मामले तुरंत पकड़े जा सकें। मुख्य चौराहों और हादसों के संभावित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं और लापरवाह ट्रक चालकों पर नजर रखी जा सके। ट्रक चालकों को तेज गति में चलाने और बिना नंबर प्लेट के पकड़े जाने पर भारी जुर्माने और दंड का प्रावधान किया जाएं ताकि वे नियमों का पालन करने के लिए बाध्य हों। स्थानीय निवासियों का मानना है कि अगर ट्रैफिक और पुलिस विभाग ने जल्द ही सख्त कदम नहीं उठाए, तो हाईवे पर दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं लेगा। जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करनी होगी।

रिर्पोट : चौसाना से अभिमन्यु चौहान के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।