शामली। चौसाना के लक्ष्मीपुरा में अवैध रेत खनन के मामले मे उपजिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार ऊन जांच को पहुंचीं एवं जानकारी की। जॉच के दौरान तहसीलदार को यमुना नदी मे जलस्तर बढ़ा मिला। वही दूसरी ओर हल्क लेखपाल भी एक दिन पूर्व अवैध रेत खनन के पॉइंट पर पहुंचे थे और जानकारी जुटाई थी। तहसीलदार ने नवनिर्मित तटबंध का भी निरीक्षण किया और यमुना नदी का हाल जाना।
चौसाना के गांव लक्ष्मीपुरा में रात्रि के अंधेरे में धडल्ले से अवैध रेत खनन किया जाता है। यमुना की बहती जलधारा से रेत को निकालते एक विडियों भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद मीडिया मे खबरे प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की नींद टूटी तो उपजिलाधिकारी अर्चना शर्मा के निर्देश पर तहसीलदार ऊन मृदुला दूबे राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से वार्ता की गई। मौके पर यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ मिला। ग्रामीणों ने जांचधिकारी को बताया कि रात्रि से यमुना का जलस्तर बढ़ा है।बता दें कि बीते दिवस हल्का लेखपाल नागेन्द्र शर्मा भी अवैध रेत खनन के मामले मे जांच को खनन पॉइंट पर पहुंचे थे और उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी थी।
जॉच के नाम पर इतिश्री कर गई तहसीलदार
शामली। अवैध खनन की जांच को चौसाना के लक्ष्मीपुरा पहुंचीं तहसीलदार मृदुला दूबे मात्र पन्द्रह मिनट मे ही जांच पूरी करके वापस चली गई। जब एक मीडियाकर्मी ने जांच के बारे मे पुछा तो तहसीलदार आपे से बाहर हो गई और बोली कि कहां होता है रेत खनन। मीडियाकर्मी ने यमुना मे पानी आने की बाते कही तो बैकफुट पर आई तहसीलदार ने दोबारा जांच का हवाला दिया। जबकि राजस्व लेखपाल एक दिन पूर्व ही ग्रामीणों के ब्यान दर्ज कर खनन करने वालो की जानकारी ले गये थे।
सैकड़ों की संख्या में निकलती है रेत की बुग्गियां
चौसाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा में नवनिर्मित तटबंध के किनारे से अवैध रेत खनन का काम किया जाता है। जिस पर पुलिस प्रशासन की कोई रोकटोक नही है। शासनस्तर से भी खनन माफियाओं पर कार्यवाही के निर्देश दिये जाते है लेकिन उसके बाद भी खनन करने वालों पर कार्यवाही नही होती।
इन्होंने कहा –
हम लोग मौके पर गये थे। यमुना नदी मे पानी का स्तर बढ़ा हुआ है। लोगों ने बताया कि रात्रि से ही यमुना मे पानी बढ़ा। जांच दोबारा की जायेगी।
मृदुला दूबे,तहसीलदार ऊन।
रिर्पोट : सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।