योग विशेषज्ञों ने बताए स्फूर्तिवान और ऊर्जावान रहने के गुर

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अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के तीसरे दिन मन, शरीर और आत्मा के जुड़ाव पर हुई परिचर्चा
कमर दर्द उपचार हेतु विशेष योग शिविर का किया गया आयोजन
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की तीसरे दिन राधा कृष्ण महारास प्रस्तुति ने सबका मन मोहा

देहरादून/ऋषिकेश। ऋषिकेश स्थित मुनि की रेती गंगा रिसॉर्ट में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित सात दिवसीय “अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2023” के तीसरे दिन शुक्रवार सुबह योग प्रेमियों में खासा उत्साह नजर आया। शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में योग साधकों को योग एवं प्राणायाम के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान विभिन्न योग संस्थानों के ट्रेनर और योग साधकों द्वारा योगा सेशन में प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम के अगले सत्र में ष्कॉस्मिक हीलिंग” एक्सपर्ट डॉ. उर्मिला पांडेय ने ‘प्राणिक निद्रा’ के बारे में व्याख्यान देते हुए विस्तृत जानकारी दी। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि मानव जीवन के व्यस्ततम दिनचर्या के दौरान रोजाना 5 मिनट ध्यान करके कैसे मनुष्य अपने जीवन को स्फूर्तिवान और ऊर्जावान बन सकता है। उन्होंने ‘प्राणिक निद्रा’ विषय पर विस्तृत व्याख्यान देते हुए यह भी जानकारी दी कि मनुष्य किस प्रकार अंतर जगत की यात्रा कर सकता है।
योग महोत्सव के तीसरे दिन परिचर्चा सत्र में “मस्तिस्क, शरीर और आत्मा” विषय पर देश के विभिन्न एक्सपर्ट्स ने विचार प्रकट किए। इस परिचर्चा में आर्ट ऑफ लिविंग के विराट चिरिनिया ने मानव जीवन में विचारों में पर नियंत्रण हेतु मन और शरीर के जुड़ाव के बारे में जानकारी दी। ख्यातिप्राप्त नाड़ योग गुरु डॉ. नवदीप जोशी ने मन पर नियंत्रण हेतु योग विज्ञान में नाड़ योग साधना के बारे में  विस्तृत जानकारी साझा की। इस पैनल परिचर्चा के दौरान विशेषज्ञों ने वहां मौजूद लोगों के सवालों के जबाब दिए। कार्यक्रमों के अगले सत्र में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के डीन एवं विश्वविद्यालय के योग विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी द्वारा कमर दर्द उपचार हेतु विशेष योग शिविर का आयोजन किया। इसके बाद एरोबिक फिटनेस विशेषज्ञ एवं एरोबिक मैराथन में गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी दिनाज वेरवतवाला ने एरोबिक्स की विशेषता के बारे में दर्शकों को अवगत कराया। उन्होंने ऐरोबिक्स के दैनिक दिनचर्या पर सकारात्मक प्रभावों के बारे अपने अनुभवों को साझा किया। सायंकालीन सत्र में इस्कॉन द्वारा भक्ति संकीर्तन एवं गंगा आरती का आयोजन किया गया। जिसके बाद रात्रि सत्र में प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायक सुजीत ओझा ने विस्मरणीय भजन  संध्या की प्रस्तुति दी। अंत में राहुल महारास समूह के कलाकारों ने मंत्रमुग्ध कर देने वाली संगीतमय राधा कृष्ण महारास नृत्य पेश कर सबका मन मोहा ।