इश्क सूफियाना ने जमाई सुरों की महफिल

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निजामी बंधुओं ने सूफियाना गीतों से लूटी मेले की महफिल

देहरादून। मेले में सोमवार की रात प्रख्यात सूफी गायक चांद निजामी बंधुओं के नाम रही। सोमवार की शाम हुई सूफी नाइट ने पूरे माहौल को गजलों से सराबोर कर दिया जिन पर लोगों ने तालियां बजाकर उनका भरपूर उत्साहवर्धन भी किया।‘भर दो झोली मेरी या मोहम्मद लौट कर मैं न जाऊंगा खाली’ और ‘मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर’ जैसी सूफी कव्वालियों के माध्यम से जहां उन्होंने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया, वहीं दिल दिया है जां भी देंगे ए वतन तेरे लिए गीत के माध्यम से देशभक्ति के रंग भी भरे। छाप तिलक सब छीनी रे, दमादम मस्त कलंदर अली दा पहला नंबर, सहित तमाम कव्वालियों और गीतों ने शहरवासियों को जमकर झुमाया। दिल्ली से आए निजामी बंधुओं को सुनने के लिए दर्शक बेताब नजर आए। निजामी बंधुओं ने शायराना और सूफी अंदाज की एक से बढक़र एक कव्वालियां प्रस्तुत कीं। दर्शकों की फरमाइश पर भी उन्होंने कव्वालियां पेश कीं। इस मौके पर दा मलंग प्रदर्शनी के आयोजक ऋषि कुमार झा ने बताया की मंगलवार को मलंगिया आर्ट्स प्रदर्शनी का आखिरी दिन हैं। ऐसे में अधिक से अधिक संख्या में लोग यहां आकर इस प्रदर्शनी का लुत्फ उठाएं। इस अवसर पर लोकल कॉर्डिनेशन करने वाले सिनमिट कम्युनिकेशंस के डायरेक्टर दलीप सिंधी और राजीव मित्तल आदि ने विशेष सहयोग किया।