जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को बचाने के लिए होगी धर्मरैली

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18 को दिल्ली के लाल किला मैदान में धर्मरैली का किया आह्वान

देहरादून। झारखंड सरकार और केंद्रीय वन मंत्रायल की ओर से जैन समाज के प्रसिद्ध जैन तीर्थराज सम्मेद शिखर को वन्य जीव अभयारण्य का हिस्सा बताने और पर्यावरण पर्यटन की अनुमति देने की घोर चिंता और आक्रोश के चलते दिल्ली लाल किला मैदान में भारतीय जैन मिलन के आह्वान पर 18 दिसंबर को देशव्यापी सम्मेद शिखर बचाओ आंदोलन एवं रैली का आयोजन करेगा।

भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष नरेश चंद जैन ने बताया कि दिल्ली में होने वाले इस देशव्यापी आंदोलन में देशभर से जैन समाज के संतों के साथ जैन अल्पसंख्यक समाज के लोग इकट्ठा होंगे। सरकार के इस फैसले की जैन समाज घोर विरोध व निंदा करता है। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक संदीप जैन ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से शिखर तीर्थ को पर्यटन केन्द्र बनाए जाने का निर्णय तीर्थ की पवित्रता एवं प्राचीनता नष्ट करने के साथ-साथ उसके अस्तित्व पर कुठाराघात है। झारखंड और केन्द्र सरकार के फैसले से जैन अल्पसंख्यक समाज में भारी आक्रोश है। 20 दिसंबर को जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा। केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन ने बताया कि यह निर्णय अहिंसक और जैन समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला भी है। अतः इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और उन्होंने मांग की कि इस क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित किया जाए। सभा में जैन समाज के अध्यक्ष विनोद जैन, महामंत्री राजेश जैन श्वेताम्बर जैन समाज के अध्यक्ष अरूण जैन, जैन भवन के अध्यक्ष सुनील जैन ने भी सभा को संबोधित किया। तथा सचिन जैन, पंकज जैन, विपिन जैन, अल्का जैन, मोनिका जैन, मुकेश जैन, प्रदीप जैन आदि की उपस्थिति रही