करोड़ों की जमीनों के कागजात चोरी के मामले में ठोस कार्रवाई की मांग
देहरादून। नगर निगम से करोड़ों की जमीनों के कागजात चोरी होने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस मामले को लेकर मंगलवार को नगर निगम के भाजपा पार्षदों ने हंगामा करते हुए नगर आयुक्त से ठोस कार्रवाई करने की मांग की है जिस पर नगर आयुक्त का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज हो चुका है और संबंधित तो के खिलाफ कार्रवाई होगी। भाजपा के पार्षद मंगलवार को नगर आयुक्त मनुज गोयल से उनके कक्ष में मिले और एक ज्ञापन देते हुए कहा कि कुछ समय पूर्व नगर निगम में फाइलें चोरी होने का मामला सामने आया था जिससे पूरे नगर निगम पर एक सवालिया निशान लगता है। आखिर किस की सैर पर इन करोड़ों की जमीनों की फाइलें चोरी हुई या इस गमले को अंजाम दिया गया क्योंकि कुछ माह पूर्व भी भू माफियाओं की ओर से नगर निगम की भूमि पर अपने नाम पर टैक्स कटवा लिया गया था। उन्होंने कहा कि नगर निगम की भूमियों को बचाने के लिए अधिकारियों की ओर से जमीनों की जांच करवा कर निगम ने अपने अधीन कर लिया था और कुछ मामले कोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि आम जनता अपने दस्तावेज किस विश्वास पर नगर निगम में जमा करवाएं जब भूमाफिया नगर निगम की फाइलें चोरी करवा रहे हैं जो कि एक गंभीर मामला है। ऐसा पिछले 25 वर्षों में कभी भी नहीं हुआ इससे नगर निगम की छवि खराब हो रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि फाइलों की चोरी के पीछे कोई भी बड़ा चेहरा क्यों ना हो बेनकाब होना चाहिए अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में पार्षद भूपेंद्र सिंह कठैत, विनय कोहली, नंदिनी शर्मा, आलोक कुमार आदि शामिल रहे।
मिलीभगत के चलते चोरी हुई है फाइलें: कांग्रेस
देहरादून। नगर निगम के रिकॉर्ड रूम से चोरी हुई फाइलों के मामले में कांग्रेस ने नगर आयुक्त से जल्द मामले का खुलासा करने की मांग की है। कांग्रेस का साफ कहना है कि मिलीभगत के चलते फाइलें चोरी हुई है। करोड़ों का खेल माना जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी फाइलें चोरी में लिप्त लोग पकड़ में नहीं आए पाए हैं। कांग्रेस पूछना चाहती है कि आखिर किस की शह पर करोडों की जमीनों की फाईले चोरी हुई। बता दे कि कुछ माह पहले भू-माफियाओं की ओर से नगर-निगम की भूमि पर अपने नाम पर टैक्स कटवा लिया गया था, वहां भी मिलीभगत थी। कांग्रेस की मांग है जल्द से जल्द मामले का खुलासा कर संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।