बागपत | राष्ट्रीय विप्र विद्वत् परिषद् के तत्वाधान में श्रावणी उपाकर्म हुआ समारोह पूर्वक सम्पन्न | पवित्र यमुना नदी के तट पर जागोस गाँव के पवित्र व आध्यात्मिक टीले पर बड़ी ही श्रद्धा के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धूमधाम से कराया गया | वैदिक आचार्य एवं राष्ट्रीय विप्र विद्वत् परिषद् कोषाध्यक्ष पं उमेश कौशिक ने निभाया आचार्यत्व का दायित्व |
समारोह यमुना नदी के पवित्र जल से प्रारम्भ हुआ, विद्वत् मंडली सुबह 7बजे यमुना घाट पर पहुंची ,वहां सर्वप्रथम गणेश पूजन ,नवग्रह पूजन ,मातृका पूजन, सप्त ऋषि पूजन ,मां यमुना की उपासना आदि षोडशोपचार की विधि से की गई |
आचार्य उमेश कौशिक ने बताया कि श्रावणी कर्म ब्राह्मणत्व की प्राप्ति के लिए सर्वोपरि त्योहार है | इस त्योहार को सभी को बड़े ही विधि विधान के साथ मनाना चाहिए |यह त्यौहार श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है |सभी त्योहारों को हमारे भारतवर्ष के सभी लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं ,सभी मिलजुल कर के अपना सहयोग प्रदान करते हैं |आज श्रावणी कर्म के माध्यम से आह्वान किया जाता है कि समाज में जो कुरीतियां हैं उनको दूर करें और अपने बच्चों में संस्कार उत्पन्न करें ,उनके पास कुछ समय बैठकर संस्कारित पुस्तकों से ज्ञान प्रदान करें | रामायण ,गीता ,भागवत, शिव महापुराण आदि धार्मिक पुस्तकों से शिक्षा प्रदान करें |
इस अवसर पर मिंटू शास्त्री कुलदीप शास्त्री लवकेश शास्त्री विकास शास्त्री बालेश्वर शर्मा लोकेश शर्मा अमित शास्त्री अमर शास्त्री गौरी शंकर शास्त्री सुनील शर्मा अनिल शर्मा और बहुत से गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे |
रिपोर्ट :- बागपत से डा० योगेश कौशिक के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी उत्तर प्रदेश।