देहरादून 31 जुलाई । जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका के निर्देशों के अनुपालन जिला विकास अधिकारी सुनिल कुमार की उपस्थिति में विकास भवन सभागार में जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जनपद देहरादून में स्थापित एस०टी०पी० के कार्यप्रदर्शन एवं रख-रखाव, सेप्टेज प्रबंधन एवं स्लज वाहन के संचालन, गंगा एवं यमुना में बाढ़ नियंत्रण एवं जल संरक्षण कार्यों, रिस्पना एवं बिंदाल आई. एण्ड डी. योजना, रिस्पना एवं बिंदाल बाढ़ नियंत्रण क्षेत्र, घरेलू एवं अघरेलू सीवर संयोजन, नाला टेपिंग एवं सफाई, गंगा एवं उसकी सहायक नदी परिक्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण कार्य, सॉलिड वेस्ट प्रबंधन की स्थिति एवं निगम अंतर्गत ड्रेन/नाला सफाई आदि कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में सैप्टेज प्रबन्धन से वाहनों पर जीपीएस लगवाने हेतु नगर निगम एवं नगर निकायों को अभियान चलाते हुए पंजीकरण कार्य करने के निर्देश दिए। अपंजीकृत वाहनों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करे। साथ ही जनपद में स्थापित एसटीपी का सेफ्टी ऑडिट करवाने के निर्देश दिए। बैठक में निर्देशित किया गया कि नगर निगम, नगर निकाय सिंगल यूज पॉलिथिन के विरूद्ध अभियान चलाते हुए कार्यवाही करें। निर्देशित किया कि नगर निगम एवं एवं नगर निकाय सार्वजनिक स्थानों और खुले में कूड़ा डालने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करें।
बैठक में पर्यावरणविद डॉ विनोद जुगलान द्वारा खदरीखड़ग माफ में गंगा किनारे तटबन्ध निर्माण का मामला उठाया पर जिस पर वन विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि कार्यों का आंगणन तैयार कर लिया गया है।
बैठक में समिति के सदस्य उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, पर्यावरणविद डॉ विनोद जुगलान, व दीपक तयाल, क्षेत्रीय प्रदूषण निंयत्रण अधिकारी डॉ आर के चतुर्वेदी, अधि.अभि सिंचाई डी.सी उनियाल, उत्तराखण्ड पेयजल निगम से एस.के वर्मा,नमामि गंगे से डॉ पीसी जोशी, सहायक अभियंता जल संस्थान हिमांशी नौटियाल सहित नगर निगम, वन, जल संस्थान, पेयजल निगम आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।