चमन लाल महाविद्यालय में यौन उत्पीड़न जागरूकता और रोकथाम विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

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रुड़की/लंढौरा 23 फरवरी । चमन लाल महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी जिसका विषय यौन उत्पीड़न एवं जागरूकता और रोकथाम के दूसरे दिवस के मुख्य अतिथि खेमराज भट्ट रजिस्ट्रार श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय तथा असिस्टेंट परीक्षा नियंत्रक डॉ. हेमंत बिष्ट आमंत्रित किया गया जिन्होंने अपने संबोधन में बताया कि यौन उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर ऐसी संगोष्ठियों की बहुत आवश्यकता है जिससे समाज में जागरूकता आ सके।

यौन उत्पीड़न समाज की एक विकृति है जैसे-जैसे समाज आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे यह समस्याएं भी बढ़ रही है यह चिंताजनक स्थिति है। इसी श्रृंखला में महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामकुमार शर्मा एवं सचिव अरुण हरित ने खेमराज भट्ट का मोमेंटो एवं शाल देकर उनका स्वागत और सम्मान किया। मुख्य वक्ता के रूप में डिप्टी कमांडेंट सुश्री अरुण भारती ने अपने वक्तव्य में बताया कि महिलाओं के लिए आज का दौरा काफी पेचीदा है। महिलाओं के लिए यह समस्याएं काफी बढ़ रही है। इस समस्या से निजात पाने के लिए हमें ठोस कदम उठाने पड़ेंगे। छात्राओं के लिए उन्होंने सेनेटरी वेंडिंग मशीन के बारे में भी बताया। डॉ. वंदना सिंह गुरु नानक गर्ल्स डिग्री कॉलेज, यमुनानगर हरियाणा ने अपने संबोधन में बताया कि यौन उत्पीड़न का प्रभाव हमारे संपूर्ण व्यक्तित्व पर पड़ता है। कार्य स्थल पर सकारात्मक माहौल होना बहुत आवश्यक है जहां पुरुष एवं महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। आज भी पुरुष प्रधान समाज है, महिलाओं के लिए पुरुष ही नियम बनाते हैं। लड़कियों को भावुक नहीं होना चाहिए। अन्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रीति कुमारी प्राचार्य राजकीय डिग्री कॉलेज, देवप्रयाग ने बताया कि प्रत्येक संस्थान को यौन उत्पीड़न जागरूकता लाने के लिए एक समिति का गठन करना होगा। इसके लिए महिलाओं को शिकायत करनी होगी तभी इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। तभी पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही भी की जा सकेगी।

इसी श्रृंखला में डॉ. सर्वजोत कौर ने यौन उत्पीड़न से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताएं। उन्होंने बताया कि कानून का भी दुरुपयोग किया जाता रहा है। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए आयोजित टीम को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की तथा उप्राचार्य डॉ. दीपा अग्रवाल ने भी सभी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनामिका चौहान ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।