देहरादून 10जनवरी । सचिव चिकित्सा-स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने एक बार फिर खुद नि:क्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों को गोद लिया। श्री कुमार की कोशिशों के तौर पर राज्य में 10 हजार के करीब नि:क्षय मित्र सामने आ चुके हैं.
सचिव डॉ आर राजेश ने दूसरी बार टीबी रोगियों को गोद लिया। उन्होंने पहले जिन रोगियों को गोद लिया था वे पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं.डॉ.आर राजेश ने
बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत राज्य में अब तक 10014 लोगों ने निःक्षय मित्र के लिए सेवा करने हेतु अपना पंजीकरण कराया है। उत्तराखण्ड को वर्ष 2024 तक क्षय रोगमुक्त करने का लक्ष्य है।
हरिद्वार जिले में सर्वाधिक 2136, ऊधमसिंह नगर में 2205,नैनीताल में 1309,देहरादून में 1709,अल्मोड़ा में 593,पौड़ी में 468,टिहरी में 392, पिथौरागढ़ में 255,रूद्रप्रयाग में 208, चमोली में 206,उत्तरकाशी में 192, चम्पावत में 187 तथा बागेश्वर में 154 नि-क्षय मित्र पंजीकृत हैं।
आज स्वास्थ्य सचिव ने जिला क्षय अस्पताल में नि-क्षय मित्र बन के क्षय रोगी को मासिक पुष्टाहार दिया। इस कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी,प्रभारी अधिकारी, एनटीईपी जिला क्षय रोग अधिकारी उपस्थित रहे।