669 गाइडों को अधिक पेशेवर और दक्ष बनाया

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ऋषिकेश और चंपावत में रिवर राफ्ट गाइड प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन

ऋषिकेश। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) और रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में ऋषिकेश एवं चंपावत में दो माह से चल रहे रिवर राफ्ट गाइडों के लिए प्रशिक्षण शिविरों का समापन हुआ। इन प्रशिक्षण शिविरों में पर्यटकों को रिवर राफ्ट के सुरक्षित व रोमांचक अनुभव प्रदान करने के लिए गाइडों को प्राथमिक चिकित्सा व कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का प्रशिक्षण दिया गया।

यूटीडीबी द्वारा आयोजित इन नि:शुल्क  प्रशिक्षण शिविरों में यूटीडीबी व रेड क्रॉस सोसायटी के अधिकारी शामिल हुए जिनके द्वारा यूटीडीबी पंजीकृत रिवर राफ्ट गाइडों को पर्यटकों की सुरक्षा के लिए प्राथमिक चिकित्सा व सीपीआर की तकनीक के गुर सिखाए गए। इसके अलावा गाइडों को विभिन्न सुरक्षा किटों के बारे में भी अवगत कराया गया। इन प्रशिक्षण शिविरों का उद्देश्य रिवर राफ्ट में रूचि रखने वाले मेहमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए राज्य को विश्व स्तर पर एक प्रसिद्ध रिवर राफ्टिंग गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना है। दो माह का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ऋषिकेश के अलावा चम्पावत जिले के टनकपुर में भी आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम कई बैचों में आयोजित किया गया जिनमें कुल 29 बैच शामिल हुए। प्रत्येक बैच में 25 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। इस प्रकार इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने अपने लक्ष्य को पूरा करते हुए इन क्षेत्रों में कार्यरत कुल 669 गाइडों को प्रशिक्षित कर उन्हें और अधिक पेशेवर और दक्ष बनाया। प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि रिवर राफ्टिंग ने हाल के वर्षों में अत्यधिक लोकप्रियता हासिल की है और अब यह प्रमुखतम साहसिक पर्यटन गतिविधि है। पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही उनका उत्साह कम होने से रोकने के लिए हमने यह कदम उठाया है। हमारे इस पहल में रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग मिलना सौभाग्य की बात है। रेड क्रॉस सोसाइटी ने द्वितीय विश्व युद्ध के समय से ही मानवीय कार्यों में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है। हम आशा करते हैं कि हमारी यह पहल राज्य को विश्व स्तर पर सबसे पसंदीदा रिवर राफ्टिंग गंतव्य के रूप में स्थापित करेगी और अंततः राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देगी और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिवर राफ्टिंग में पर्यटन को बढ़ावा देगी।