अधिशासी अभियंता के व्यवहार से दुखी पार्षदों ने जमकर काटा हंगामा
मेयर ने भी अधिशासी अभियंता को दी नसीहत
हरिद्वार। कनखल चौक बाजार पर दुकानदारों की ओर से दुकान के सामने निगम की जमीन पर कब्जे किए गए अवैध निर्माणों को बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास कर स्वीकृत कर दिया गया है। बता दें कि रानी की हवेली कनखल चौक बाजार में नगर निगम की ओर से 1 दर्जन से अधिक किरायेदारों को दुकाने आवंटित की गई थी। दुकानों के आगे यात्रियों/ग्राहकों की सुविधा के लिए जगह छोड़ी गई थी जिसमें यात्री व ग्राहक बरसात, धूप के समय बरामदे का उपयोग कर सकें लेकिन नगर निगम के किरदारों ने अपनी दुकानों के सामने अवैध कब्जा करते हुए दुकानों को बड़ा कर लिया था जिसकी वजह से 3 दुकानों का रास्ता भी बंद हो गया था। जिस दुकानदार की दुकान का रास्ता बंद हुआ था उस दुकानदार ने विभागीय कार्रवाई ना होते देख उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया उच्च न्यायालय ने अतिक्रमण ध्वस्तीकरण के आदेश देते हुए 1 माह के भीतर निगम को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा था। नगर निगम ने बोर्ड बैठक बुलाकर दुकानदारों के अवैध कब्जे को स्वीकृति देते हुए दुकानदारों का किराया बढ़ाने व दुकानदारों से लगभग 48 लाख रुपए व 32 लाख रुपए समन शुल्क के रूप में वसूलने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास कर दिया। बोर्ड की बैठक में उस समय जोरदार हंगामा हो गया जब नाला सफाई व्यवस्था व नालों पर स्लैप डालने की बात पर सभी पार्षद एक स्वर में नगर निगम की अधिशासी अभियंता रचना पायल पर बिफर गए। भाजपा व कांग्रेसी पार्षदों का आरोप था कि रचना पयाल का व्यवहार पार्षदों के प्रति ठीक नहीं है वह पार्षदों की बात को नजरअंदाज कर देती है। काफी देर तक पार्षदों व अधिशासी अभियंता के बीच तीखी नोकझोंक होती रही। पार्षद अधिशासी अभियंता के माफी मांगने पर अड़े रहे। मेयर अनीता शर्मा ने भी रचना पायल के व्यवहार की निंदा की तथा कहा कि पार्षद जनप्रतिनिधि है इनके साथ दुर्व्यवहार भी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बीच नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने मामले को शांत कराते हुए कहा कि अगर कोई भी कार्य है तो पार्षद उनसे सीधा बताएं। प्रेम प्रकाश आश्रम भूपतवाला को भूमि आवंटित किए जाने के प्रस्ताव पर भी जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा पार्षद सुनील अग्रवाल, अनिरुद्ध भाटी, ललित रावत आदि ने बोर्ड में प्रेम प्रकाश आश्रम के सामने वाली भूमि को पार्क के लिए आवंटित किए जाने के प्रस्ताव को पास कराने वाले थे कि कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर लूट खसोट का आरोप लगाते हुए विरोध किया। मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि प्रेम प्रकाश आश्रम की ओर से निगम भूमि पर जो अवैध कब्जा किया गया है पहले उसको हटवाया जाएगा उसके बाद एक कमेटी कमेटी गठित की जाएगी। बोर्ड बैठक में मेयर अनीता शर्मा, नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती, सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद, कर एवं राजस्व अधीक्षक सुनीता सक्सेना सहित 44 पार्षद मौजूद थे