जिनवाणी से ही हमारा कल्याण है:अनुपम मुनि।

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देहरादून 25अगस्त । प्रेमसुख धाम के प्रांगण में प्रवचन करते हुए दूसरे पर्युषण की बधाई श्रोता जनों को देते हुए स्थानकवासी जैन संत गुरुदेव श्री अनुपम मुनि जी महाराज ने श्रीमद्भागवत अंतकृत दशांगसूत्र का वर्णन करते हुए दूसरे दिन का पाठ सुनाया और श्रोता जनों को प्रेरणा दी की जिनवाणी से ही हमारा कल्याण है जिनवाणी ही शक्ति है जिनवाणी ही निर्गत युक्त है जिनवाणी ही राग द्वेष से परे है जिनवाणी ही वितराग युक्त है जिनवाणी ही क्षमता युक्त है जिनवाणी से हमेशा शांति मिलती हैं जिनवाणी से हमारे विचार शुद्ध होते हैं जिनवाणी से ही जीव कर्मों से मुक्त होता है जिनवाणी से ही विकारों से मुक्त होता है इसीलिए जिनवाणी हमें सुनना चाहिए और जिनवाणी का आचरण करना चाहिए बाइसवे भगवान अरिष्ठनेमी का जीवन वृत्त सुनाते हुए जैन संत श्री अनुपम मुनि ने कहा कि अनेकसेन आदि 6 कुमारों भरी जवानी में घर परिवार छोड़कर भगवान श्री अष्ट नेमी के चरणों में समर्पित हुए और भगवान अरिष्ठनेमी की साक्षी से अहिंसा सत्य अस्तेय ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह समिति गुप्ति का धारण किया समाधि 11 अंगों का अध्ययन किया 14 पूर्व के ज्ञान को हासिल किया और 20 वर्ष के संयम पर्याय का पालन किया और शत्रुंजय पर्वत पर सल्लेखना संथारा करके अंतिम सांसों के साथ शरीर को छोड़कर शुद्ध बुद्ध और मुक्त हुई संसार की वृद्धि से मुक्त हुए 84 लाख योनियों से मुक्त हुए सिद्ध शिला में विराजमान हुए जन्म मरण से मुक्त हुए शाश्वत धाम को प्राप्त हुए शाश्वत सुख को प्राप्त किया यह जिनवाणी का ही चमत्कार है यह जिनवाणी की अतिशय है जिनवाणी से जीवन का परिवर्तन होता है जैसे आपने देखा अनेक्सेन आदि कुमारों ने संसारी भोग विलास को छोड़कर 56 प्रकार के पकवानों को छोड़कर स्त्री सुख को छोड़कर संसार की वृत्ति को त्याग कर भगवान की भक्ति कम को उजागर कर संयम के जीवन में परिवर्तित हो गए अर्थात उन्होंने संयम स्वीकार किया तो जिनवाणी भाव मन वाणी और शरीर का कर्म भी बदल देती है अपने आप को बदलने के लिए जिनवाणी की शरण को स्वीकार करनी चाहिए ऐसा प्रवचन करते हुए श्री अनुपम मुनि जी महाराज ने कहा आज की धर्म सभा में पर्यूषण पर्व के अवसर पर जिनवाणी की कथा के चीफ गेस्ट श्रीमान सुश्रावक राजू जैन सुपुत्र ओम प्रकाश जैन मेडिकल वाले ने किया उनका सम्मान वर्धमान श्रावक संघ श्री प्रेमसुख धाम के प्रधान मदन लाल जैन महामंत्री संदीप जैन और राजकुमार आदि ने मिलकर किया और दूसरे पर्युषण की बधाई दें संतो ने सभी संतो ने आशीर्वाद दिया।

गुरुदेव श्री अनुपम मुनि जी महाराज ने श्री अनुपम मुनि जी महाराज ने श्री सूर्यांश मनी के जीवन में प्रकाश डाला और उन्हें जन्म दिवस की बधाई दी
यह सूचना श्रीधाम के महामंत्री श्रीमान श्रावक संदीप जैन ने दी है।आज के श्रीमद्भागवत अंतर्दशा नक्षत्र की वाचुनी में भाग्यज्योति महिला मंडल श्रावक संघ लक्ष्मण चौक वेलफेयर सोसाइटी आदि आदि संस्थाओं ने भी भाग लिया।
अंत में गुरुदेव श्री राजेश मुनि जी महाराज साहब ने मंगल पाठ सुना कर सभी श्रोता जनों को आशीर्वाद दिया।