रक्षा बंधन की सभी देश वासियों को बधाई व शुभकामनाओं के साथ।
तीन रंग की राखी लेकर ,बहना घर पर आयी है ।
उसके प्रेम पगे धागों से, शोभित आज कलाई है ।
महक रहा है मौसम घर का ,चहक रहा कोना कोना ,
बहुत दिनों के बाद नीड़ पर ,चिड़िया दी दिखलायी है ।
अक्सर उसकी राखी मुझको,सरहद पर ही मिलती थी ,
पर इस बार सुयोग हुआ यह ,छुट्टी मैंने पायी है ।
खुद की रक्षा करने का ,उसने संकल्प सुनाया है
,
मुझको देश धर्म की रक्षा,की सौगंध खिलायी है ।
बचपन की यादों में दोनों ,खोए खोए बैठे है ।
बात बात पर कहती है वो, फौजी मेरा भाई है ।
केतु तिरंगा सजे दिलों में ,हर घर पर यह लहराए,
रक्षा बंधन पर”हलधर” कवि,देता आज दुहाई है ।
हलधर -9897346173