तीन रंग की राखी लेकर ,बहना घर पर आयी है ।

0
173

रक्षा बंधन की सभी देश वासियों को बधाई व शुभकामनाओं के साथ।

तीन रंग की राखी लेकर ,बहना घर पर आयी है ।
उसके प्रेम पगे धागों से, शोभित आज कलाई है ।

महक रहा है मौसम घर का ,चहक रहा कोना कोना ,
बहुत दिनों के बाद नीड़ पर ,चिड़िया दी दिखलायी है ।

अक्सर उसकी राखी मुझको,सरहद पर ही मिलती थी ,
पर इस बार सुयोग हुआ यह ,छुट्टी मैंने पायी है ।

खुद की रक्षा करने का ,उसने संकल्प सुनाया है
,
मुझको देश धर्म की रक्षा,की सौगंध खिलायी है ।

बचपन की यादों में दोनों ,खोए खोए बैठे है ।

बात बात पर कहती है वो, फौजी मेरा भाई है ।

केतु तिरंगा सजे दिलों में ,हर घर पर यह लहराए,
रक्षा बंधन पर”हलधर” कवि,देता आज दुहाई है ।

हलधर -9897346173