फर्जीवाड़ा न डिग्री का पता न रजिस्टर्ड नंबर का, कर रहे इलाज फर्जी डाक्टर अस्पताल का बोर्ड लगा कर रहे जान से खिलवाड़ झोला छाप डाक्टर तीन- तीन दुकानों का संचालन कर रहे हैं

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कैराना । कस्बे सहित आसपास के गांवाें में झोला छाप डॉक्टर अस्पताल का बोर्ड लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। बिना डिग्री के बड़े से बड़े बीमारी की इलाज के नाम पर मरीजाें की जान जाेखिम में डाल रहे हैं। वहीं मरीजाें से माेटी रकम भी ले रहे हैं। लेकिन ऐसे लाेगाें पर प्रशासन द्वारा काेई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिसके कारण फर्जी डॉक्टर मरीजाें की सेवा काे लूट का जरिया बना लिए है। उन्हें मरीजाें की जान से काेई लेना देना नहीं है। लापरवाही के चलते कई बार फर्जी डॉक्टरों के इलाज से मरीजाें की माैत का मामला सामने आने के बाद हाईकोर्ट ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था। कस्बे  व आसपास के क्षेत्र में झोला छाप डॉक्टर खुलेआम मरीजों का इलाज कर रहे है। लेकिन संबंधित विभाग व अधिकारी को जानकारी होने के बाद भी इन डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई न कर हाईकोर्ट के आदेश की अनदेखी की जा रही है।
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झोलाछाप कर रहे हैं इलाज
क्लिनिक खाेलकर झोला छाप डाक्टर फर्जी डिग्री के सहारे मरीजों का इलाज कर रहे है। जबकि इन डॉक्टरों को बीमारी के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। झोला छाप डाक्टर अपने दवाखाना में फर्जी डिग्री लगाकर रखे है। डिग्री देखकर लाेग इलाज कराने आ जाते है। जबकि हाईकोर्ट का आदेश है कि एमबीबीएस, बीएएमएस व अन्य डिग्रीधारी ही इलाज कर सकते हैं या जिसे  मेडिकल बाेर्ड से मान्यता मिली है वे मरीजाें काे भर्ती कर इलाज कर सकते है। लेकिन कस्बे  के झोला डॉक्टराें के पास ना ताे डिग्री है ना ही मान्यता है। फिर भी वे मरीजों की इलाज के नाम पर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
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 एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा तीन- तीन  किलिनीको  का  संचालन
 कस्बे मे चर्चा का विषय बना हुआ है कि एक ही नाम पर एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा तीन- तीन   किलिनीको  का  संचालन किया हुआ है।   सूत्रों का यह कहना है कि इस  झोलाछाप डॉक्टर को विभागीय के आकाओं का संरक्षक प्राप्त है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार  विभागीय अधिकारी  झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक पर जांच के लिए पहुंचते है जहा  विभाग की तरफ से झोलाछाप डॉक्टर को एक नोटिस  दिया जाता है अपने दफ्तर में आने के लिए कहा जाता है  वही उस  डॉक्टर झोलाछाप से नोटिस के संबंध में साठगांठ कर निपटारा किया जाता है।  यह कहना शायद ठीक न  होगा कि इन झोलाछाप के विरुद्ध  विभाग कार्रवाई कर पाएगा।
रिपोर्ट :-  सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।