अतिक्रमण हटाने के दौरान नोकझोंक

340
1568

कोटद्वार:  क्षेत्र में इन दिनों हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। इस दौरान नगरवासियों और व्यापारियों ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि वह सरकारी भवनों से हुए अतिक्रमण को नहीं हटा रहे हैं।

जबकि नगर आयुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि सरकारी जमीन पर कोई सरकारी बिल्डिंग अगर बनी हुई है तो वह अतिक्रमण नहीं है।

बता दें कि उच्च न्यायालय के ओर से जारी निर्देशों के आधार पर प्रशासन ने कोटद्वार नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया जा रहा हैं। इस दौरान व्यापारी और नगर निगम के अधिकारियों के बीच झड़प भी हुई।

व्यापारियों ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि नगर निगम का कार्यालय, मालवीय उद्यान के दोनों पार्क, कोटद्वार कोतवाली के बाउंड्री वाल, तहसील प्रशासन की बाउंड्री वाल एवं उप जिलाधिकारी का आवास अतिक्रमण की जद में है। लेकिन नगर निगम ने यह अतिक्रमण नहीं हटाया. व्यापारियों और नगर वासियों को जबरन अतिक्रमण के नाम पर सताया जा रहा है। वहीं, नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि कई जगह से शिकायत आ रही है कि नगर निगम थाना तहसील की जो बिल्डिंग है वह भी अतिक्रमण की जद में है।

अगर नगर निगम राष्ट्रीय राजमार्ग या अन्य मार्गों की चैड़ाई को कम नहीं करता है तो वह अतिक्रमण की श्रेणी में नहीं है। अगर सरकारी भवन राष्ट्रीय राजमार्ग या अन्य  मार्गों की चैड़ाई को कम करते हैं या उनके मानकों के तहत नहीं बने हैं तो वह अतिक्रमण की श्रेणी में होगा, उसको हटाया जायेगा।

340 COMMENTS

  1. Hello! This is kind of off topic but I need some guidance from an established blog
    hyperlink to your host I’m not sure why but this web site is loading extremely slow for me“성인망가” I’m thinking about making my own but I’m not sure where to begin.I wonder how so much effort you place to make one of these fantastic informative web site.

  2. Prior to administration, parenteral drug products should be inspected visually for particulate matter and discoloration prior to administration, whenever solution or container permits propecia hairline The following agents may be considered for the treatment of priapism

  3. I was just searching for this info for some time. After six hours of continuous Googleing, finally I got it in your web site. I wonder what’s the lack of Google strategy that do not rank this kind of informative sites in top of the list. Usually the top websites are full of garbage.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here