कानून व्यवस्था, पंचायत चुनाव में गड़बड़ी व आपदा प्रबंधन को लेकर कांग्रेस का राजभवन कूच
जमकर हुई पुलिस के साथ धक्का मुक्की, हिरासत में लिए गए अध्यक्ष समेत कई दिग्गज

देहरादून 26 अगस्त । राजधानी देहरादून में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था, पंचायत चुनाव में गड़बड़ी, आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर मंगलवार को राजभवन कूच किया। कांग्रेस भवन से नारेबाजी करते हुए कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता हाथी बड़कला तक पहुंचे। जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग करके प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।
इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। कई कांग्रेसी नेता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया और रेसकोर्स पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ दिया। इधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था, आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए।उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे गड़बड़ियां की गई और अपहरण की वारदातों को अंजाम दिया गया। बेतालघाट में गोलियां चलाई गईं। द्वाराहाट में कांग्रेस समर्थित महिला प्रत्याशियों के पतियों का अपहरण किया गया। उल्टा कांग्रेस के लोगों पर ही मुकदमे दर्ज कर दिए गए। इससे पहले पंचायत चुनाव में ऐसा कभी नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार कानून व्यवस्था बिगड़ रही है और प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। माहरा ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड से लेकर हरिद्वार में 13 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना यह बताती है कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं रह गई है। इसी तरह राष्ट्रपति के उत्तराखंड दौरे के समय ज्वेलरी शोरूम में करोड़ों की लूट हो जाती है। इससे साबित हो चुका है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी खराब है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आपदा में भी सरकारी लापरवाही सामने आई है। धराली में आपदा प्रभावितों को राशन, पानी, कपड़े, भोजन और आश्रय जैसी बुनियादी जरूरतें समय पर नहीं मिल पाई। आपदा पीड़ितों में इसको लेकर भारी नाराजगी थी। उसी तरह थराली में मुख्यमंत्री जाकर भी पीड़ितों से नहीं मिल पाए, यह भी बड़ा गंभीर विषय है।