चुनाव मे अतिथि शिक्षकों की सहभागिता को लेकर हरदा की चिंता गैर जरूरी: चौहान
संवैधानिक प्रक्रिया के संचालन के लिए आयोग को सहयोग लेने का अधिकार

देहरादून 12 जुलाई। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने अतिथि शिक्षकों की चुनावी प्रक्रिया में सहभागिता को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत की चिंता को निरर्थक और गैर जरूरी बताते हुए कहा कि संवैधानिक प्रक्रिया के क्रियान्वयन के लिए आयोग के पास किसी के सहयोग लेने का अधिकार है। चुनाव मे सहभागिता के बजाय कांग्रेस, प्रक्रिया को बाधित करने और नकारात्मकता परोस रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस अपने नकारात्मक रुख पर काम कर रही है। उनके नेता, हार के डर से शुरुआत से ही चुनाव में जाना नहीं चाहते थे, यही वजह थी कि सार्वजनिक विरोध से न्यायालय तक में सभी हथकंडे इन्होंने अपनाए। अब राज्य की जनता पंचायत की सरकार बनाने की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उत्साह से शामिल हो रही है तो कांग्रेस मैदान में उतरने के बजाय, चुनाव बाधित करने और लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश में अभी भी जुटी है।
उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों का चुनाव में भागीदारी एक संवैधानिक प्रक्रिया है जिसका सुचारू क्रियान्वयन के लिए प्रशासन किसी भी कर्मचारी या अन्य व्यक्तियों का सहयोग ले सकता है। अब पंचायत चुनाव प्रक्रिया में सामान्य से अधिक चुनाव कर्मचारियों की जरूरत महसूस होती है, लिहाजा अतिथि शिक्षकों का उपयोग करना पूरी तरह जायज है। इस भूमिका के तहत उन्हें भी अन्य कर्मचारियों की तरह सामाजिक आर्थिक सुरक्षा की जिम्मेदारी आयोग की होती है। लेकिन कांग्रेस की अनर्गल और बेबुनियादी आपत्तियां, सिर्फ और सिर्फ चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश भर है।