अपराधउत्तराखण्ड

फर्ज़ी दस्तावेज़ों से धर्म परिवर्तन और निकाह मामले में मौलवी समेत 3 के खिलाफ केस दर्ज

हल्द्वानी 13 जून । सागर अग्रवाल उर्फ सैम अली के धर्म परिवर्तन के मामले में नया मोड़ सामने आया है। फर्जी पहचान, दस्तावेज़ और धर्म परिवर्तन के जरिए विवाह करने के मामले में बनभूलपुरा थाना पुलिस ने सागर अग्रवाल उर्फ सैम अली पत्नी फरहीन सहित मौलवी सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बनभूलपुरा थाना पुलिस द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि सागर अग्रवाल नाम के युवक ने फरहीन नाम की युवती के कहने पर न सिर्फ इस्लाम धर्म अपनाया बल्कि खुद की नई पहचान सैम अली के रूप में गढ़ी। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और जन्म प्रमाणपत्र तक फर्जी तरीके से बनवाए गए। शिकायतकर्ता ज्योति अग्रवाल द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस उपनिरीक्षक जगवीर सिंह ने दस्तावेज़ी साक्ष्यों और प्रत्यक्ष पूछताछ के आधार पर इस पूरे फर्जीवाड़े की परतें खोलीं।
जांच के दौरान नगर निगम हल्द्वानी से प्राप्त प्रमाणिक दस्तावेजों से यह साबित हुआ कि सैम अली नाम से बना जन्म प्रमाण पत्र एक महिला मलका परवीन के आधार कार्ड और शपथपत्र के आधार पर तैयार किया गया। जांच में सामने आया है कि सागर अग्रवाल और फरहीन के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे। फरहीन ने सागर को धर्म परिवर्तन के लिए राज़ी किया। दोनों ने फर्जी आधार पर नई पहचान बनाकर 17 जुलाई 2021 को विवाह पंजीकरण कराया। इसके बाद दोनों काठगोदाम की दरगाह पहुंचे। जहां कथित रूप से एक मौलाना और एक व्यक्ति की मदद से धर्म परिवर्तन और निकाह कराया गया।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस पूरी प्रक्रिया में कई अन्य लोग भी शामिल थे। जिन्होंने जान बूझकर फर्जी दस्तावेज़ तैयार कराए और धर्म परिवर्तन जैसी संवेदनशील प्रक्रिया को गैरकानूनी ढंग से अंजाम दिलाया। बनभूलपुरा थाने में अब सागर अग्रवाल उर्फ सैम अली, फरहीन, हसमत अली, मौलवी समेत अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। बनभूलपुरा थाना प्रभारी नीरज भाकुनी ने बताया मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button