शिक्षण संस्थानों में हिंदी दिवस पर मातृभाषा को अधिक से अधिक उपयोग में लाने का संकल्प

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झिंझाना। शिक्षण संस्थानों में हिंदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर मातृभाषा को अधिकांश तया उपयोग में लाने का संकल्प लिया गया।

डी सेंट पब्लिक स्कूल में हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्या श्रीमती संतोष तोमर ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। वरिष्ठ अध्यापक दिनेश शर्मा के संचालन में छात्र छात्राओं ने कविता , भाषण आदि प्रस्तुत कर हिंदी साहित्य के इतिहास , हिंदी का महत्व , विश्व में हिंदी की स्थिति आदि विषय की विस्तृत जानकारी दी। समाजिक विज्ञान के अध्यापक राकेश कुमार , वरिष्ठ अध्यापिका श्रीमती रश्मि देशवाल , कुमारी मानसी ने हिंदी भाषा पर अपने विचार रखें। वरिष्ठ अध्यापक दिनेश शर्मा ने बताया कि जापान अमेरिका कनाडा चीन आदि 132 देश में हिंदी भाषा दैनिक जीवन में उपयोग की जाती है। अमेरिका में चिकित्सा विभाग में वहां के चिकित्सक अंग्रेजी के पश्चात हिंदी का उपयोग करते हैं। जो हम सभी के लिए गर्व की बात है। प्रधानाचार्या तोमर ने आधुनिक युग में हिंदी के महत्व और सरकार द्वारा हिंदी के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों को बताया और अधिक से अधिक हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए प्रेरित किया। कार्य क्रम में सुगन दीप कौर , अर्शी ,मानसी, अवनी, निशा,अंशिका ,शौर्य,निशांत,लक्ष्मी ,अवनी,अब्दुल्ला ,जुनेरा ,अयान आदि छात्र छात्रों ने भाग लिया। विद्यालय प्रबंधक आरपी सिंह मौजूद रहे।

जय सीताराम किसान इंटर कॉलेज में हिंदी के अध्यापक संजय यादव और सत्येंद्र कुमार गौतम ने हिंदी दिवस की महिमा को विस्तार पूर्वक बताया। कॉलेज में हिन्दी विषय पर आयोजित चर्चा में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया। हिंदी के महत्व , सामाजिक और राष्ट्रीय महत्व पर विधिवत चर्चा हुई। राजभाषा एवं राष्ट्रभाषा विषय पर भी चर्चा हुई । प्रधानाचार्य रण सिंह ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है। हम सभी को हिंदी में लिखना , पढ़ना व बोलना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य ने हिंदी के अध्यापकों को सम्मानित भी किया।

रिर्पोट : झिंझाना से प्रेम चंद वर्मा के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।