प्रभु भक्ति में मन लगाओगै तभी भवसागर से पार होओगे:विजय कौशल

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देहरादून 2 मई। श्री राम कथा यज्ञ समिति द्वारा आयोजित पांचवें दिन की कथा परम पूज्य प्रातः स्मरणीय संत प्रवर श्री विजय कौशल जी महाराज के मुखारविंद से हिंदू नेशनल स्कूल के प्रांगण में कथा का गायन किया गया।
महाराज श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि भक्ति जीवन में बहुत अनिवार्य रूप से होनी चाहिए क्योंकि भगवान भी भक्त के अधीन होते हैं भक्ति जब प्राप्त होती है जब संत का सानिध्य प्राप्त होता है संत जब हमारे अनुकूल होते हैं तभी भक्ति रुपी प्रसाद मिलता है स्त्री को महिला को भक्ति सरुप में देखा जाता है तभी माता शबरी की भक्ति से प्रभु खुश हो करके स्वयं उनके आश्रम में आकर उन्हें दर्शन दिए भक्ति भजन उपासना में जिसका मन लगा रहेगा वह वासना के आधीन नहीं होगा इसलिए भजन भक्ति में मन लगाओ तभी भवसागर से पार हो जाओगे।
महाराज श्री ने बताया कि महिला को मर्यादा में रहना अति आवश्यक है क्योंकि स्त्री को शक्ति एवं भक्ति के रूप में देखा जाता है माता सीता ने लक्ष्मण जी का कहना ना मानकर गलती करी उसका परिणाम आप सबके सामने है संत रूपी लक्ष्मण जी ने कुटिया से चलते-समय एक मर्यादा की रेखा खींचकर गए और माता सीता से कहा कि माता इस मर्यादा की रेखा को लांगना नही परंतु उस रेखा को ही माता सीता लांग गई संतो ने शास्त्रों के माध्यम से जो मर्यादाएं बनाई है उनका पालन करना चाहिए भगवान संत शास्त्रओ के द्वारा दी गई मर्यादाओं का पालन करना चाहिए।
यदि आप कथा सुनोगे तो आप मर्यादित रहेंगे कोई भी गलत कार्य नहीं कर सकते क्योंकि गलत काम करते समय आपको किसी ने देख लिया तो वही हो ना जो कथा में मिले थे उस समय आपकी क्या दसा होगी अनुमान लगाना बहुत कठिन है इसलिए आप को सोचने के लिए बाध्य होना पड़ेगा कि आप किसी के पिता है किसी के पुत्र है किसी के पति है इसलिए मर्यादा में रहना पड़ेगा भगवान रुपी मर्यादा में कैद होकर रह जाओ तभी जीव का समाज का उद्धार होगा।
श्री राम कथा अमृत वर्षा में विशेष रुप से पधारे उत्तराखण्ड सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेम अग्रवाल दर्जा धारी मंत्री विश्वास डावर, श्रीमती विनोद उनियाल श्रीमती मधु भट्ट कथा समिति के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी अग्रवाल उपाध्यक्ष प्रमोद मित्तल महामंत्री गोविंद मोहन कोषाध्यक्ष कमल स्वरुप जिंदल विवेक गोयल अनुज अग्रवाल नीरज गोयल अमरकांत वर्ग विनोद मित्तल राघव गोयल अमिता मित्तल सुयश गर्ग उमा नरेश तिवारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।