मौसम की बेरुखी,चारधाम यात्रा की तैयारियों पर भारी

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देहरादून 02 मई । सूबे में एक सप्ताह बाद शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियंा जारी है लेकिन मौसम की बेरुखी से इनमें तमाम तरह की बाधाएं आ रही है। बीती रात केदार धाम और बद्रीनाथ धाम में हुई बर्फबारी के कारण यहां चल रहे निर्माण कार्याे में मुश्किलें आ रही है। वहीं हेमकुंड साहिब में बर्फबारी होने की खबर है।
10 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी अब तक कई बार धामों में चल रहे निर्माण कार्याे का स्थलीय निरीक्षण कर चुकी हैं। आज उन्होंने केदारनाथ और बद्रीनाथ जाकर अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए। लेकिन इन तैयारियों में बारकृबार मौसम की विसंगति के कारण विघ्न पैदा हो रहा है। बीती रात बद्रीनाथ व केदारनाथ धाम में बर्फबारी के कारण निर्माण कार्य रोकने पड़े। केदारधाम में पारा लुढ़कने से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है ऐसे में श्रमिकों को काम करना मुश्किल हो रहा है। उधर 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट भी खुलने हैं। यहां पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम लंबे समय से चल रहा है। 25 कार सेवक और सेना के जवानों ने यहां काम लगभग पूरा कर लिया है लेकिन ताजा बर्फबारी से रास्ता फिर बाधित हो रहा है।
चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है अब तक 18 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। बीते साल 56 लाख श्रद्धालु यात्रा पर आए थे लेकिन इस साल इससे भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। सरकार द्वारा दावा तो यह किया जा रहा है कि यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन चुनावी व्यवस्था और मौसम की प्रतिकूलता के कारण अभी भी व्यवस्थाओं को चाककृचौबंद नहीं किया जा सका है। शासन स्तर पर यात्री सुविधा बहाल करने और धामों में यात्रियों को ठहरने व खानपान की व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रयास किये जा रहे हैं। मगर यह कितने पर्याप्त साबित होते हैं समय ही बताएगा। यात्रा के पहले 15 दिन के लिए वीआईपी दर्शन पर रोक लगाने से लेकर अन्य कई गाइडलाइन भी जारी की जा चुकी है। यात्रियों का सर्वाधिक दबाव केदारधाम और बद्रीनाथ धाम में ही रहता है। जिसके कारण अव्यवस्थाएं फैलती हैं इस बार स्थिति क्या रहती है यात्रा शुरू होने पर ही पता चल सकेगा।