एनआईटी श्रीनगर में कुलसचिवों की तैनाती की रखी मांग

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिले कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत

एनसीईआरटी नई दिल्ली के विद्या समीक्षा केंद्र का किया भ्रमण

देहरादून/नई दिल्ली। कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार हो नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा एव कौशल विकास मंत्री धर्मेंद प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. रावत ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में स्थाई कुलसचिव नियुक्त करने तथा कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही डॉ रावत ने एनआईटी श्रीनगर गढ़वाल के फेज-2 के निर्माण कार्यों के लिए धनराशि स्वीकृत करने तथा एनआईटी में भी स्थाई कुलसचिव तैनात करने की मांग की। सूबे के शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से उनके कार्यालय में मुलाकात की। डॉ रावत ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में स्थाई कुलसचिव की तैनाती करने, लंबे समय से विभिन्न संकायों में फैक्लटी के रिक्त पदों को भरने तथा शिक्षणेत्तर कार्मिकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग रखी। मुलाकात के दौरान डॉ रावत ने एनआईटी श्रीनगर के द्वितीय चरण के कार्यों के लिये शीघ्र धनराशि जारी करने तथा सुमाड़ी में निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग भी केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखी। डॉ रावत ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री ने दोनों ही संस्थानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुये शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया है। अपने दिल्ली भ्रमण के दौरान शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रावत ने एनसीईआरटी नई दिल्ली के विद्या समीक्षा केंद्र का भ्रमण कर उसके संचालन एवं मॉनिटिरिंग संबंधी जानकारियां हासिल की। उन्होंने एनसीईआरटी के अधिकारियों से शिक्षा व्यवस्था में सुधार एवं शिक्षा की गुणवत्ता में विद्या समीक्षा केंद्र की भूमिका के बारे में भी चर्चा की। डॉ रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भी केंद्र सरकार की ओर से विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित करने की स्वीकृति दी गई है, जिसकी स्थापना का कार्य शुरू कर दिया गया है, इससे पूर्व विभागीय अधिकारियों की टीम की ओर से गुजरात व केरल के विद्या समीक्षा केंद्रों का अध्ययन भी किया जा चुका है। इस दौरान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट तथा पौड़ी के पूर्व विधायक मुकेश कोली भी मौजूद रहे।