स्वास्थ्य विभाग में जल्द तैनात होंगे 24 विशेषज्ञ चिकित्सक :डॉ. धन सिंह रावत
"यू कोट,वी पे" मॉडल के तहत एनएचएम द्वारा होगी नियुक्ति

*चौखुटिया-पिलखी सहित अन्य स्वास्थ्य इकाइयों में दूर होगी विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी*
देहरादून 23 नवम्बर । प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में शीघ्र ही 24 विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत ‘You Quote, We Pay’ मॉडल के तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती विशेषकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया, पिलखी, बीरोंखाल, डीडीहाट तथा उप जिला चिकित्सालय गैरसैण में की जाएगी। इससे लंबे समय से चली आ रही विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर होगी और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार को लेकर निरंतर कार्य कर रही है। इसी के साथ ही अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों कमी को दूर करने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। इसी क्रम में सर्जन, फिजिशियन, बाल रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट व स्त्री रोग विशेषज्ञ जैसे प्रमुख विशेषज्ञों की तैनाती की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है।
डॉ रावत ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्ग वर्तमान वित्तीय वर्ष में भारत सरकार द्वारा ‘You Quote We Pay’ योजना के तहत 40 विशेषज्ञ चिकित्सक एवं 02 कार्डियोलॉजिस्ट के पद स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 34 विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि 06 विशेषज्ञ और 02 कार्डियोलॉजिस्ट पद रिक्त हैं। डॉ रावत ने बताया कि आईपीएचएस मानकों के तहत राज्य की विभिन्न चिकित्सा इकाइयों में यू कोड, वी पे योजना के तहत विशेषज्ञ डॉक्टर की तैनाती की जायेगी। जिसमें प्रमुख रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया, बीरोंखाल, डीडीहाट तथा उप जिला चिकित्सालय गैरसैण में सर्जन, फिजिशियन, बाल रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट व स्त्री रोग विशेषज्ञ के 1-1 पदों पर प्राथमिकता के आधार पर नियुक्ति की जाएगी। राज्य सरकार यू कोड, वी पे योजना के तहत विशेषज्ञ डॉक्टर को रुपये 4 लाख तक मानदेय दे रही है। एनएचएम के तहत विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति को आगामी 3 दिसम्बर को साक्षात्कार रखा गया है। जिसके उपरांत चयनित विशेषज्ञ चिकित्सकों को चिकित्सा इकाइयों में तैनाती दी जायेगी।



