उद्योग निदेशालय में वोकल फार लोकल विषय पर वार्ता आयोजित

देहरादून 18 अक्टूबर । उद्योग निदेशालय में अधिकारियों के साथ वोकल फार लोकल विषय पर विस्तार से चर्चा की ,स्वरोजगार भारत की आर्थिक व्यवस्था की रीड है उद्योग बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करते हैं व साथ ही नवाचार स्थानीय उत्पादकता व निर्यात में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।आत्मनिर्भर भारत के लिए रोजगार अपनाना बहुत आवश्यक है । स्वयं मुख्यमंत्री जी ने एकल स्वरोजगार योजना, सरकार बनी अकेली महिला की सहेली ,सशक्त उद्यमी महिला योजना जिसमें परित्यकता ,तलाकशुदा, निराश्रित अपराध एवं एसिड पीड़ित अविवाहित को लाभ पहुंचती है केंद्र सरकार व राज्य सरकार की अनेकों योजनाएं चल रही हैं, जिसमें मिशन वात्सल्य ,मात्र बंधन योजना, नारी शक्ति बंधन अधिनियम एवं लखपति दीदी योजना के अंतर्गत अभी तक डेढ़ लाख से ज्यादा लखपति दीदी बनाई गई है ,हमारा लक्ष्य निवेश को आकर्षक व राज्य को विकास की दौड़ में बराबर की भागीदारी हो,कौशल विकास के माध्यम से बेरोजगारी की कमी व किसी व्यक्ति की ज्ञान क्षमता ,दक्षता एवं कार्य कुशलता को बढ़ावा देना ताकि किसी कार्य को बेहतर तरीके से किया जाए। यशस्वी प्रधानमंत्री जी का सदैव प्रयास रहा है कि भारत आत्मनिर्भर बने और देश के छोटे बड़े उद्योग विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाएं। हाल ही में जीएसटी दरों में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, इससे हमारे स्वदेशी उद्योगो को बहुत लाभ मिलेगा वह उत्पाद अधिक सस्ते व प्रतिस्पर्धी बनेंगे ,गांव में कुटीर उद्योग हस्तशिल्प व घरेलू उत्पादन इकाइयों को नए अवसर मिलेंगे मेक इन इंडिया व वोकल फार लोकल जैसे अभियानों को गति मिलेगी इसका सकारात्मक प्रभाव महिलाओं पर पड़ेगा इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा। घटे जीएसटी के कारण कम लागत में उत्पाद बनेगा व सस्ती दरों में बाजार में उतरेंगे , उनकी बिक्री बढ़ेगी व मुनाफा भी होगा। हमारे स्वदेशी उद्योगो को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे ।यह भारत की आधी आबादी को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल है, आज वोकल फार लोकल स्थानीय उत्पादन और उद्योगों के समर्थन में आवाज उठाना आत्मनिर्भर भारत के निर्माण से शुरू है सभी राज्य वासियों को देश में निर्मित स्थानीय उत्पादों को अपनाना चाहिए।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक अनुपम द्विवेदी, संयुक्त निदेशक दीपक मुरारी, संयुक्त निदेशक चंचल बोरा, उपनिदेशक राजेन्द्र कुमार, उपनिदेशक महावीर सज्वाण आदि उपस्थित रहे।