उत्तराखण्ड

दीपावली पर प्रदेशभर में कैम्प 108 की 272 एम्बुलेंस अलर्ट मोड पर , “हर आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी:जी.एम. अनिल शर्मा

देहरादून। दीपावली पर्व के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कैम्प 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहेगी। इसके तहत प्रदेशभर में तैनात कुल 272 एम्बुलेंस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

मुख्यालय देहरादून में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जी.एम. (प्रोजेक्ट्स) अनिल शर्मा ने कहा कि सभी कर्मचारी दीपावली के दिन भी सेवा में तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम वाले स्थानों पर तकनीकी तैयारियों को सुदृढ़ किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत देहरादून स्थित केंद्रीय कॉल सेंटर तक पहुंच सके।

देहरादून शहर में सर्वे चौक, घंटाघर, जाखन, रायपुर, बल्लूपुर चौक, प्रेमनगर, विधानसभा और रेसकोर्स जैसे प्रमुख स्थलों पर एम्बुलेंस की विशेष तैनाती की गई है।

श्री शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष धनतेरस से दीपावली के दौरान अधिक आपात सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, जिसके मद्देनज़र इस बार अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इस अवधि में 759 केस दर्ज हुए थे, जिनमें 210 प्रसव संबंधी, 57 सड़क दुर्घटनाएं, 19 हृदय रोग और 3 एम्बुलेंस में हुए प्रसव शामिल थे।

त्योहार के दौरान कॉल वॉल्यूम बढ़ने की संभावना को देखते हुए केंद्रीय कॉल सेंटर में अतिरिक्त तकनीकी स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही प्रदेशभर में मोबाइल टीमों का गठन किया गया है जो सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक तैनात कर्मियों की मुस्तैदी का मूल्यांकन करेंगी। 18 बैकअप एम्बुलेंस भी स्टैंडबाय मोड में रखी गई हैं।

मई 2019 से सितंबर 2025 तक कुल 8,90,207 लोगों को कैम्प 108 सेवा के माध्यम से सफलतापूर्वक आपातकालीन सहायता दी जा चुकी है। इसमें 2,76,169 प्रसव संबंधी मामले, 69,601 सड़क दुर्घटनाएं, 36,138 हृदय रोग संबंधित केस, और 4,158 एम्बुलेंस में हुए प्रसव शामिल हैं।

श्री शर्मा ने कहा कि संस्था का प्रयास है कि जरूरतमंदों तक “जीवनदायिनी 108 सेवा” समय पर पहुंचे। सेवा की गुणवत्ता बनाए रखने से रिस्पॉन्स टाइम में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

उन्होंने प्रदेशवासियों को सुरक्षित एवं सौहार्दपूर्ण दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए मौसम में बदलाव को देखते हुए सर्दी-जुखाम से बचाव की अपील की।

इस अवसर पर उन्होंने बताया कि कैम्प खुशियों की सवारी (KKS) सेवा भी अलर्ट मोड में रहेगी, ताकि गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच और प्रसव उपरांत घर तक सुरक्षित वापसी की सेवाएं बिना बाधा जारी रहें।

पिछले वर्ष दीपावली अवधि में इस सेवा के तहत 230 जच्चा-बच्चों को घर तक पहुंचाया गया था। सितम्बर 2021 से सितम्बर 2025 तक कुल 3,37,992 महिलाओं और नवजात शिशुओं को इस सेवा का लाभ मिला है।

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