गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच टूटा पहाड़, रोकी गई केदारननाथ यात्रा

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ हाईवे सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच पहाड़ टूटने से करीब 70 मीटर हिस्सा साफ हो गया है। जिसके बाद केदारनाथ धाम की यात्रा पर पूरी तरह से ब्रेक लग गया है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु बीते मंगलवार से गौरीकुंड और सोनप्रयाग में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि केदारनाथ हाईवे के खुलने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
गौरीकुंड के पास सड़क का लगभग 70 मीटर हिस्सा पूरी तरह वॉश आउट हो गया है और लगातार पहाड़ी से बोल्डर गिरने के कारण मोटरमार्ग नहीं खुल पा रहा है। जो तीर्थ यात्री गौरीकुंड में फंसे हुए हैं, उन्हें एसडीआरएफ की मदद से वैकल्पिक मार्गों के जरिए सोनप्रयाग पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल, राजमार्ग खुलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में तीन दिनों से लगातार बारिश जारी है। इस बारिश का सबसे बुरा असर केदारनाथ धाम की यात्रा पर पड़ रहा है। सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटरमार्ग दो स्थानों पर बीते रोज से बंद है। जिस कारण आवाजाही पूरी तरह से ठप है और बीते दिन से केदारनाथ यात्रा भी बंद है। धाम से नीचे लौटे यात्री गौरीकुंड में फंसे हुए हैं, जबकि केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है।
रुद्रप्रयाग एसपी अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने बताया कि लगातार बारिश हो रही है। जिसकी वजह से गौरीकुंड से सोनप्रयाग की तरफ (करीब 1.5 किलोमीटर दूरी पर) पहाड़ी से सड़क पर बोल्डर, पत्थर और मलबा आने से सड़क बीते रोज शाम से पूरी तरह से आवागमन को लेकर बाधित हो गया है। इसके अलावा मुनकटिया और गौरीकुंड के बीच 29 जुलाई की शाम से बाधित हुए सड़क का करीबन 50 से 70 मीटर हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस सड़क मार्ग का वैकल्पिक पैदल मार्ग भी टूटा हुआ है। यहां पर मार्ग के सुचारू होने में दो से तीन दिन लगेंगे। उन्होने केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे यात्रियों से अपील की है कि वे इन दो-तीन दिनों में किसी अन्य धार्मिक स्थल की यात्रा करें।