एनसीडब्ल्यू और ईडीआईआई महिला उद्यमिता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एकजुट
देहरादून 04 जुलाई । समावेशी विकास और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मिलकर महिला उद्यमियों के साथ श्रीमती विजया के.रहाटकर, अध्यक्ष,राष्ट्रीय महिला आयोग का एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया।
यह कार्यक्रम का आयोजन ईडीआईआई परिसर में हुआ जहां श्रीमती शिवा
नी डे, उप सचिव, एनसीडब्ल्यू; श्री रामावतार सिंह, प्रमुख – प्रशिक्षण, एनसीडब्ल्यू और डॉ. सुनील शुक्ला, डायरेक्टर जनरल, ईडीआईआई भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण ‘यशोदा एआई’ पर वर्कशोप थी,जो एक डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम है जिसे विशेष रूप से महिलाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा की बुनियादी जानकारी देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
श्रीमती विजया के.रहाटकर ने महिलाओं को नेतृत्व के अधिक अवसर देने,उन्हे व्यवसाय शुरू करने और तेजी से बदलती डिजिटल दुनिया के साथ तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता पर बात की।
महिला उद्यमियो को संबोधित करते हुए श्रीमती रहाटकर ने कहा,”महिलाओं को सशक्त बनाना केवल उन्हें कौशल प्रदान करना नहीं है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को बढाना और सोच को परिवर्तित करना भी है। महिलाएं स्वयं को सुरक्षित, सक्षम और नेतृत्व के लिए तैयार महसूस करें — चाहे वह व्यवसाय हो, तकनीक हो या दैनिक जीवन। नवीन पहलों और सार्थक साझेदारियों के साथ, एनसीडब्ल्यू महिलाओं को तकनीक और इनोवेशन की दुनिया में कदम रखने में मदद कर रहा हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक नया और तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है, जिसमें महिलाओं के लिए अपार अवसर और संभावना है। हमारी कोशिश है कि हमारी बेटियां और बहनों भी इस नई तकनीक को समझे सीखे और इसमें आगे बढ़े। राष्ट्रीय महिला आयोग का संकल्प है हर महिला को Al के क्षेत्र में सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना, ताकि वह भी देश के भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभा सके।”
वर्ष 2023-24 के दौरान, ईडीआईआई और एनसीडब्ल्यू ने मिलकर देश के 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (EAPs) आयोजित किए, जिनके माध्यम से 5,976 महत्वकांक्षी महिला उद्यमियों तक पहुंच बनाई गई। इन क्षमता निर्माण पहल के साथ-साथ, ईडीआईआई और एनसीडब्ल्यू ने वाराणसी और इंदौर में महिलाओं सुरक्षा ओडिट पर अनुसंधान अध्ययन भी किए, जिनके अंतर्गत सार्वजनिक स्थलों और कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा का आंकलन किया गया।
डॉ.सुनील शुक्ला,डायरेक्टर जनरल, ईडीआईआई ने कहा,”महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एनसीडब्ल्यू के नए प्रयास, साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियां और योजनाएं उद्यमियों की एक आविष्कारशील नई पीढी की कल्पना करती है, जो ज्ञान, नवाचार और तकनीक के आधार पर अपने स्टार्टअप्स का निर्माण करेंगी। एनसीडब्ल्यू और ईडीआईआई का संयुक्त प्रयास भी इस मायने में फायदेमंद रहा है कि इसने महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों के बीच क्षमता निर्माण और ज्ञान सृजन किया है।”
इस संवाद सत्र में लगभग 250 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने उनके द्वारा सामना की गई चुनौतियों पर चर्चा की, उनके द्वारा सीखें गए सबक तथा बताया कि किस तरह से क्षमता निर्माण कार्यक्रम उन्हें एक दूरदर्शी उद्यमी के रूप में विकसित होने में मदद कर सकता है।
श्रीमती विजया के.रहाटकर, अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग ने ईडीआईआई द्वारा प्रशिक्षित कलाकारो की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।