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मानव जीवन का अहम हिस्सा बन गई प्रौद्योगिकी: नीतिका

उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के सभागार में  नेशनल टेक्नोलॉजी डे विषय पर कार्यशाला आयोजित

देहरादून। उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के सभागार में नेशनल टेक्नोलॉजी डे विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग के वैज्ञानिक एसजी डॉ. हरीश कनार्टक, डॉ.  क्षमा गुप्ता, मुख्य परियोजना प्रबंधक राजीव गुप्ता, उरेड़ा एवं यूसैक के वैज्ञानिक/अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

इस अवसर पर यूसैक की निदेशक नीतिका खंडेलवाल ने कहा कि वर्तमान समय में प्रौद्योगिकी मानव के जीवन का अहम हिस्सा बन गई है, उन्होंने टेक्नोलॉजी को शिक्षा से जोड़ने पर अहम जोर देते हुए कहा कि विश्व का नेतृत्व वही देश करेगा जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अग्रणी होगा। कार्यशाला के मुख्य वक्ता आईआईआरएस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हरीश कनार्टक ने जियोइंटेलिजेंस में इमर्जिंग टेक्नोलॉजी व इसके उपयोग पर व्याख्यान दिया तथा आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों की उपयोगिता पर चर्चा की। कार्यशाला में वैज्ञानिक डॉ. क्षमा गुप्ता ने कहा कि पहाड़ों से पलायन होकर लोग शहरों की ओर आ गए हैं जहां आबादी तीव्रता से बढ़ गई है वहीं दूसरी ओर पहाड़ी नगर खाली हो रहे हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अरूणा रानी ने रिमोट सेसिंग व जीआईएस की ऊर्जा के क्षेत्र में उपयोगिता के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन केंद्र की वैज्ञानिक डॉ. सुषमा गैरोला ने किया। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. प्रियदर्शी उपाध्याय, डॉ. नीलम रावत, डॉ. आशा थपलियाल, डॉ. गजेन्द्र सिंह, शशांक लिंगवाल, पुष्कर कुमार, डॉ. दिव्या उनियाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आरएस मेहता, प्रदीप रावत, सिस्टम मैनेजर हेमंत बिष्ट, नवीन चन्द्र, विवेक तिवारी, सोनम बहुगुणा आदि मौजूद रहे।

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