इनकम टैक्स विभाग में फर्जी कागजात दाखिल करने पर मुकदमा दर्ज

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देहरादून 21 फ़रवरी। दूसरे के नाम पर फर्जी कागजात इनकम टैक्स विभाग में जमा करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजीव गांधी मार्ग निवासी नितिन गोयल ने डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि मैसर्स लाईफकेयर मेडिसर्ज पता ई.सी. रोड, देहरादून, चिकित्सा उपकरण के क्षेत्र में कार्य करती है, उक्त फर्म में श्रीमती अंशिका गोयल एवं श्रीमती श्वेता संयुक्त पार्टनर है। श्रीमती अंशिका गोयल ने अपने पति नितिन गोयल एंव श्रीमत्ती श्वेता ने अपने पति चन्द्र विकास मित्तल को अपना अधिकृत प्रतिनिधि नियुक्त किया है। मैसर्स अरोमा इण्डिया अपोजिट इण्डियन बैंक गली न.0-5. आर्यनगर, ज्वालापुर, जिला हरिद्वार पार्टनर अंकुश रोहिला एवं अखिलेश रोहिला भी चिकित्सा उपकरण के सम्बन्ध में कार्य करती है, जिसके चलते दोनों फर्माे के मध्य आपसी लेन देन व समव्यवहार चलता रहता था। मैसर्स अरोमा इण्डिया द्वारा अचानक 15 फरवरी 2022 एंवम् 21 फरवरी 2022 को अपनी ई मेल के द्वारा संयोजित षड्यन्त्र के तहत उनके नाम से उनके फर्जी बिल बुक बनाकर प्रोफिट शेयरिंग की रिसिप्ट उनकी फर्म के नाम से फर्जी रुप से जनरेट कर उनको ई मेल पर भेजी। 15 फरवरी 2022 को वित्तीय वर्ष 18-19, 19-20, 20,21 के फर्जी बिल भेजे व दूरभाष पर सम्पर्क कर उन पर दबाव बनाया गया की मैसर्स अरोमा इण्डिया की फाईल जीएसटी व इनकम टैक्स विभाग में फंसी हुई है, उनको उक्त प्रपत्रों की प्राप्ति की आवश्यकता है। मैसर्स अरोमा इण्डिया ने दोबारा फिर से 21 फरवरी 2022 को वित्तीय वर्ष 21-22 के फर्जी बिल उनकी ई मेल पर भेजे। जब उन्होंने उक्त प्रपत्रों को ध्यान से देखा तो उसमें वर्णित व्यापार कभी भी उनके व मैसर्स अरोमा इण्डिया के मध्य नहीं हुआ है। मैसर्स अरोमा इण्डिया द्वारा पार्टनर अंकुश रोहिला एवं अखिलेश रोहिला ने उक्त फर्जी प्रपत्र आपस में संयोजित षडयन्त्र के तहत धोखाधडी करने के आशय से बनाये है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।