टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा किया गया सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन

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ऋषिकेश14 नवंबर । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, विद्युत क्षेत्र के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र की मिनी रत्न (शेड्यूल-A) कंपनी है। जोकि अखंडता की संस्कृति को बढ़ावा देने और राष्ट्र की समृद्धि में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2024 के अंतर्गत चल रहे अभियान के संदर्भ में, टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर.के. विश्नोई ने बताया कि सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत, समाज में सच्चाई, ईमानदारी और पारदर्शिता के महत्व के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए 13 नवंबर, 2024 को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री विश्नोई ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संदेश के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ-साथ ईमानदारी सुशासन का मूल है और राष्ट्र के समग्र विकास और प्रगति के लिए आवश्यक भी है। अखंडता में निहित वातावरण संस्थानों की मजबूती और नैतिक प्रशासन को बढ़ावा देता है और यह सुनिश्चित भी करता है कि नीतियां और निर्णय जन-केंद्रित हों। यह दृष्टिकोण विश्वास का निर्माण करने और स्थायी प्रगति को बढ़ावा देने में मदद करता है।
इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम “सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि” पर परमार्थ निकेतन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) सुश्री रश्मिता झा ने संबोधित किया। सुश्री झा ने सत्य और ईमानदारी की राह पर चलने के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान सुश्री झा ने इस बात पर बल दिया कि जो व्यक्ति अपने जीवन में सत्य और ईमानदारी के मूल्यों को बनाए रखता हैं, उन्हें व्यक्तिगत संतुष्टि और सफलता से पुरस्कृत किया जाता है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ईमानदारी और नैतिक आचरण से पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों स्तरों पर उपलब्धि और सम्मान की भावना निर्माण होती है।
इस अवसर पर टीएचडीसीआईएल के उप मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री सतीश कुमार आर्य ने परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में उपस्थित लोगों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई तथा उनसे ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया। इस अवसर पर टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी जिनमें श्री हरदेव पंत, उप महाप्रबंधक (सतर्कता), श्री जी.एस.चौहान, उप महाप्रबंधक तथा श्री जितेन्द्र जोशी, वरिष्ठ प्रबंधक, एवं सतर्कता विभाग के अनेक कर्मचारी भी उपस्थित रहे।