केन्द्रीय राज्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शामली पहुंचे जयंत चौधरी , सत्ता पक्ष में रहने पर होती है लक्ष्मण रेखाएं विपक्ष में अलग भूमिका , हर जिले के पिछड़े क्षेत्रों में ग्रामीण स्तर पर कौशल प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे 

0
79

शामली। केन्द्रीय राज्यमंत्री चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि सरकार की अपनी चाल होती है। तौर तरीके होते है। विपक्ष की भूमिका अलग होती है और जब सत्तापक्ष में होते है तो कुछ लक्ष्मण रेखाएं भी होती है। आज में उस प्रकार से आजाद नही हूं। पहले 100 प्रतिशत वक्त पार्टी के विस्तार के लिए था। अपनी राजनीति जमीन मजबूत करने के लिए था, लेकिन अब पूरे देश के लिए मंत्रालय की जिम्मेदारी है।
शनिवार को रालोद सुप्रीमो जयंत सिंह केन्द्रीय राज्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शामली पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने पार्टी कार्यालय पर उन्होंने कार्यकर्ताओं व पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की। तत्पश्चात उन्होने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं से ही पार्टी की ताकत है। जिस प्रकार से आज मंत्रियों और विधायकों, सांसदों की जवाबदेही है। वही जवाबदेही कार्यकर्ताओं की भी है। गांव में जो समस्याएं हैं उनको समझें और उनके निवारण का भरपूर प्रयास करें। कार्यकर्ताओं को ताकत देने का काम किया जायेगा। उन्होने कहा कि केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद जिम्मेदारी बढी है। इस बीच में किसी को कोई शिकायत हो तो बुरा न माने। कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी प्रक्रियाओं को मजबूत करना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना होगा। चौधरी अजीत सिंह के सामने के कार्यकर्ता आज भी कई तूफान आने के बाद भी डटे हुए है। वह लंबे समय से विचार से बंधे रहे है। उन्होंने कहा कि स्व० चौधरी चरण सिंह को जब से भारत रत्न मिला काम आसान हुआ है। अब एमेजोन पर भी उनकी किताबें बिक रही है। कहा कि कोशिश कर रहे है कि शिक्षा विभाग, हायर एजुकेशन, विश्वविद्यालयों में हर स्तर पर चौधरी चरण सिंह के विचार पढे जाये। अगली पीढी को गांव, देहात की लडाई लडने के लिए उनकी समस्याओं को विश्व पटल पर रखने के लिए तैयार करने की कोशिश करेगे। रालोद के मुख्य मुददे आज भी वही है। कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अब तक इस तरह के प्रयास नही हो पाये थे कि जिले जिले में गांव के स्तर पर जहां पिछड़ा इलाके पड़ते है वहां कौशल प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाये। कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में वह काम किया जायेगा, जिससे गांव में पढ़ने वाले बच्चे और शहर में पढ़ने वाले बच्चों को बराबर का हिस्सा मिल सके। कहा कि सरकार की अपनी चाल और तौर तरीके है। व्यवस्था और नियम के तहत चलना होता है। सरकारी व्यवस्था में चल रही योजनाओं को समझे। पात्र लाभार्थी योजना का लाभ उठाये।

इनसेट-
शामली। चौधरी जयंत सिंह ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में भी कार्यकर्ताओं को अवगत कराया। कहा कि गांव में जो उद्योग है इस योजना से उनको तरक्की मिल रही है। उन्होंने कहा कि एक तो चौधरी चरण सिंह का एक समय था और दूसरा समय अब आया है। सरकार ने कहा कि जो काश्तकार है वह कृषि कार्य करें। जिन पर भूमि नही है और वह काम से जुडा है। उनके लिए योजना है। वह प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में अपना पंजीकरण कराये। उनको उद्यमी के तौर पर गिना जायेगा। एमएसएमई मंत्रालय उनका उद्यम पोर्टल पर पंजीकरण करेगा। वह छोटा काम करने के लिए 50 लाख रूपये तक का ऋण ले सकता है। कहा कि इतनी बडी योजना में पूरे देश से 20 लाख लोग पंजीकृत हो गए, लेकिन शामली से मात्र 306 लोग की पंजीकृत हुए है। इनमें से भी 9 लोग ही ट्रेनिंग ले पाये है। लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन होगा।

इनसेट-
शामली। चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि पार्टी कार्यालय पर एक नौजवान युवक परमानेंट के लिए रखा जायेगा। जिसके पास अपना कम्प्यूटर होगा और वही सरकार की योजनाओं की जानकारी देगा। जिसको इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जायेगा। इस नौजवान की तनख्वाह रालोद के विधायक देने का काम करेंगे। कहा कि जन सुनवाई की वेबसाईट सरकार द्वारा चला रखी है। डायल 1076 और आईजीआरएस पर अपनी कोई भी शिकायत कर सकते है, जिसमें विधायक की ही क्यो न हो। इस पर की गई शिकायत की मुख्यमंत्री तक समीक्षा करते है।

रिर्पोट : सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी दिल्ली एनसीआर।