स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सिंग स्टाफ़ की अहम भूमिका- ललित जोशी

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हमारी नर्सें, हमारा भविष्य। देखभाल की आर्थिक शक्ति।

देहरादून 12 मई। अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस 2024 की इस थीम पर सीआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग देहरादून में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पेटिंग, पोर्टर मेकिंग व नुक्कड़ के माध्यम से नर्सों के समर्पण व सेवा भाव को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। और आधुनिक नर्सिंग की जननी नाइटिंगेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ललित जोशी ने सभी छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को नर्स दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसी बीमारी से उबरने में जितना बड़ा योगदान दवाओं और इलाज का होता है, उतना ही सही देखभाल का भी होता है। इसमें डॉक्टर्स से कहीं बड़ी जिम्मेदारी नर्सेज निभाती हैं, जो 24 घंटे मरीज की देखरेख में लगी रहती हैं। इन्हें सम्मान देने के मकसद से दुनियाभर में हर साल 12 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ मनाया जाता है। नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग की जननी माना जाता है. उन्होंने क्रीमियन युद्ध (1853-1856) के दौरान घायल सैनिकों की देखभाल में योगदान दिया था. उनके नेतृत्व और समर्पण ने नर्सिंग को एक सम्मानित पेशा बनाने में अहम भूमिका निभाई।
कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ सुमन वशिष्ठ ने सभी को  नर्स दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस 12 मई को मनाया जाता है। यह दिवस नर्सिंग के महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने और नर्सों के काम की महत्वता को सार्वजनिक करने के लिए मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस को मनाकर हम सभी उन महान नर्सों को सम्मानित करते हैं जो दिन-रात बिना थके मेहनत करते हैं ताकि हम सभी स्वस्थ रह सकें। उनके साथ हमारी सभी बड़ी चिकित्सा सफलताएँ जुड़ी होती हैं।
कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय जोशी, डॉयरेक्टर केदार सिंह अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी मेजर (रिटायर्ड) ललित सामंत, मोहित बिष्ट, उपप्रधानाचार्य रबीन्द्र कुमार झा, शिक्षक एवं कर्मचारीगण सहित 300 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।