ऋषिकेश 11 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के लोगों ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार का काम देखा है। आज देश में ऐसी सरकार है जिसने बीते 10 वर्षों में भारत को पहले से मुकाबले कई गुना मजबूत कर दिया है। इसी मजबूत सरकार ने सात दशक बाद जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म करने का साहस लिया, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया, महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में आरक्षण दिया, साथ ही सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। गुरूवार को ऋषिकेश में आयोजित एक चुनाव जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि, जब-जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार आई है तब-तब दुश्मनों ने फायदा उठाया है। तब भारत में आतंकवाद ने पैर पसारे हैं. आज भारत में मोदी की मजबूत सरकार है इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है इसलिए भारत का तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा के गारंटी बन जाता है। पीएम ने कहा कि, अगर कांग्रेस की सरकार होती तो वन रैंक-वन पेंशन कभी भी लागू नहीं होता। हमने यह गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया। यह कांग्रेस थी जो कहती थी कि वन रैंक-वन पेंशन लागू करके हम पूर्व सैनिकों को 500 करोड़ रुपए देंगे, लेकिन मोदी ने वन रैंक-वन पेंशन लागू एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा करके पूर्व सैनिकों के बैंक खाते में पहुंचा दिए हैं। उत्तराखंड में भी पूर्व सैनिकों के खाते में साढ़े 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सैनिक परिवारों को मिले हैं। पीएम ने कहा कि, कांग्रेस के समय में तो सैनिकों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक की कमी रहती थी। दुश्मन की गोली से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे लेकिन भाजपा सरकार ने अपने सैनिकों को भारत में बनी बुलेटप्रूफ जैकेट दी, उनके जीवन की रक्षा की। आज देश में ही आधुनिक रायफल से लेकर लड़ाकू विमान और विमानवाहक पोत बन रहे हैं। पीएम ने संबोधन में कहा कि, हमारी सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य का लगातार विस्तार करने में जुटी है और इसमें बहुत बड़ी भूमिका पर्यटन, यात्रा और यात्रा धामों की है। ऋषिकेश तो आसपास के कई राज्यों के लिए पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है। एक जमाना था जब योग की पूरी दुनिया में धूम नहीं थी तब भी दुनिया के कई देशों के लोग जिज्ञासावश योग के लिए यहां ऋषिकेश आया करते थे। उन्होंनें कहा कि राफ्टिंग-कैंपिंग या फिर आध्यात्म और योग में रुचि रखने वाले लोगों के लिए ऋषिकेश आकर आनंद से भर जाते हैं। भाजपा सरकार उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है। इसके लिए हमारा फोकस इस बात पर है कि देश के किसी भी हिस्से से पर्यटकों के लिए उत्तराखंड के कोने-कोने तक पहुंचाना आसान होना चाहिए। इसलिए हम देवभूमि में रोडवेज, रेलवे और एयरवेज की लगातार सुविधा बढ़ाते जा रहे हैं। यहां ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन पर तेजी से काम चल रहा है, दिल्ली से देहरादून की दूरी भी सिमट रही है। यहां तक कि उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों को देश का प्रथम गांव मानकर उनका विकास किया जा रहा है, जिस गांवों को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी। मानसखंड के तीर्थस्थानों जैसे आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन के लिए हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हो गई है। यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे बनने से बहुत सुविधाएं हो जाएंगी। सड़क के रास्ते जो दूरी तय करने में कई घंटे लगते थे उसे कुछ भी समय में पूरा कर लिया जाएगा। चारधाम परियोजना के तहत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को लगभग 900 किलोमीटर लंबे हाईवे से जोड़ा जा रहा है। इन सब प्रयासों से श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पहुंचने में काफी आसानी हो जाएगी। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि भाजपा की नीयत सही है और जब नीयत सही होती है तो नतीजे भी सही मिलते हैं। पीएम ने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी का महत्वपूर्ण कालखंड देवभूमि में बिताया है। यहां रहकर उन्होंने खुद देखा है कि गढ़वाल और कुमाऊं में माता-बहनों का पूरा समय लकड़ी, पानी और पशुओं के चारे के इंतजाम में ही बीत जाता था। बहनों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने घर-घर सस्ता सिलेंडर पहुंचाया है, जल जीवन मिशन के तहत भी उत्तराखंड में बहुत काम हुआ है। पीएम ने अपने संबोधन में कांग्रेस को विकास और विरासत दोनों का विरोधी बताया। पीएम ने कहा कि उत्तराखंड का कोई निवासी ये नहीं भूल सकता कि कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने पहले राम मंदिर का विरोध किया, रुकावटें डाली लेकिन राम मंदिर बनाने वालों ने कांग्रेस के सारे गुनाह माफ करके उनके घर जाकर उनको प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया लेकिन इन्होंने उसका भी बहिष्कार कर दिया। इससे पूर्व पीएम के मंच पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मांगलिक कार्यों के बजाए जाने वाले प्रसिद्ध वाद्ययंत्र हुड़का भेंट देकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। पीएम ने स्वयं हुड़का बजाकर उपहार स्वीकार किया।