30 टीमों ने परेड ग्राउण्ड में बास्केटबॉल में हिस्सा लिया।
देहरादून में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के लिए मजबूत दावेदार
उत्तरकाशी से 20 लड़कियों के समूह ने कराटे को दिया नया आयाम।
देहरादून 18 अक्टूबर । एसएफए चैम्पियनशिप्स के नौवें दिन कराटे, खो-खो, बास्केटबॉल, फुटबॉल और बैडमिंटन में शानदार मैच देखने को मिले। उत्तराखण्ड के छोटे से नगर उत्तरकाशी के अवश्य बालिका विद्यालय कस्तूरबा गांधी से आई20 प्रतिभाशाली लड़कियां अपने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ प्रेरणास्रोत बन गईं। सभी मुश्किलों के बावजूद देहरादून के निवासी, कोच विशाल छेत्री हर साल प्रतिभाशाली एथलीट्स की खोज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, वे युवा प्रतिभा को प्रोत्साहित करने में भरोसा रखते हैं। अपनी प्रतिबद्धता के साथ उन्होंने इन लड़कियों को बड़े मंच पर अपनी क्षमता प्रदर्शित करने में सक्षम बनाया। एसएफए चैम्पियनशिप्स ने इन लड़कियों के लिए नए मार्ग खोले हैं और उनके सपने साकार करने के लिए मार्ग प्रशस्त किए हैं।
उत्तरकाशी से एसएफए चैम्पियनशिप्स में कराटे में हिस्सा लेने वाली मनीषा पवार ने कहा, ‘‘मैं पिछले 5 सालों से कराटे सीख रही हूं और मुझे इसमें बहुत मज़ा आता है। हम एसएफए चैम्पियनशिप्स में आए हैं, हालांकि हमारी परीक्षा चल रही है। मैं आगे भी कराटे में प्रशिक्षण जारी रखना चाहती हूं।’’
देहरादून के परेड ग्राउण्ड में कराटे तथा पैविलियन ग्राउण्ड में खो-खो प्रतियोगिताओं की शुरूआत हुई। भारतीय संस्कृति में गहराई से बसे इस सदियों पुराने खेल में एथलीट्स ने ज़बरदस्त कौशल, अनुशासन और दृढ़ इरादे का प्रदर्शन किया। गर्ल्स अंडर-17 काटा में राखी सिंह ने गोल्ड, अंशिका थापा ने सिल्वर जीता। जबकि दीक्षित और अनन्या रावत दोनों ने ब्रॉन्ज़ जीता। ब्वॉयज़ अंडर-11 काटा में हर्षित रंगा ने पोडियम पर पहला स्थान हासिल किया, करमनवीर सिंह गिल दूसरे स्थान पर रहे तथा कार्तिकेय सिंह नेगी एवं समर्थ गोस्वामी दोनों तीसरे स्थान पर रहे।
खो-खो प्रतियोगिता में भी लड़कियों ने उत्साह के साथ मुकाबला किया, एक ही दिन में अंडर-18 कैटेगरी में 12 टीमों ने और अंडर-14 कैटेगरी में 9 टीमों ने मैच खेले। सभी मैचों में खिलाड़ियों की ज़बरदस्त उर्जा और उत्साह दिखाई दिया जिन्होंने स्फूर्ति, सामरिक सोच और टीमवर्क का प्रदर्शन किया। परेड ग्राउण्ड में कुछ बेहतरीन बास्केटबॉल मैच हुए, एक ही दिन में 30 टीमों ने भावी चैम्पियन बनने के लिए अपने शानदार कौशल, टीमवर्क और मजबूत इरादे को दर्शाया। पैविलियन ग्राउण्ड में भी ज़बरदस्त रोमांच देखने को मिला, जहां अंडर-14 ब्वॉयज़ फुटबॉल मैच खेले गए। उत्साह के बीच वॉलीबॉल टूर्नामेन्ट में पुरूष टीमों ने एक ही दिन में कुल 23 मैच खेले।
चैम्पियनशिप्स अपने क्लाइमेक्स पर पहुंच रहीं हैं, मुकाबला ज़बरदस्त बना हुआ है। दिन के समापन के साथ महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज 360 पॉइन्ट्स के साथ सबसे आगे है, इसके बाद आचार्यकुलम दूसरे और सोशल बलूनी स्कूल तीसरे स्थान पर है। चैम्पियनशिप्स के आगे बढ़ने के साथ दसवें दिन परेड ग्राउण्ड में टेबल टेनिस प्रतियोगिता की शुरूआत होगी, जिसमें ब्वॉयज़ अंडर-10 से अंडर-17 तथ गर्ल्स अंडर-10 से अंडर-17 कैटेगरीज़ में मैच खेले जाएंगे।
हर बीतते दिन के साथ एसएफए चैम्पियनशिप्स में युवा एथलीट्स का जोश और उत्साह बढ़ता जा रहा है। इन चैम्पियनशिप्स ने ढेरों एथलीट्स में खेल की दुनिया में भविष्य बनाने के सपने उजागर किए हैंऔर उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए मंच उपलब्ध कराया है। यह प्लेटफॉर्म कल के लीडर बनाने में खेलों की क्षमता की पुष्टि करता है।