बागेश्वर उपचुनाव में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का दौर शुरू
बागेश्वर। बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का दौर शुरू हो गया है। यहां भाजपा और कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता जहां प्रचार मे जुटे हैं। शुक्रवार को पुलिस द्वारा बेरोजगार संगठन के अध्यक्ष बॉबी पवार को बाबा बागनाथ मंदिर जाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि बॉबी पवार बागेश्वर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुछ मुद्दे उठाना चाहते थे। कांग्रेस ने बॉबी पवार की गिरफ्तारी पर कड़ी निंदा व्यक्त की है। कांग्रेस चुनाव में इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर भुनाने का प्रयास करेगी। ऐसे कयास लगाए जा रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा इस गिरफ्तारी पर विधानसभा उपचुनाव की आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला दिया जा रहा है। वहीं बॉबी पवार के साथियों का कहना है कि बॉबी पवार केवल बाबा बागनाथ के दर्शन के लिए यहां पहुंचे थे लेकिन पुलिस के द्वारा उन्हें अचानक गिरफ्तार कर लिया गया है । जबकि पुलिस अधिकारी अभी इस पर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे कोतवाली में बढ़ती हलचल को देखते हुए पुलिस ने बॉबी पवार को जिला न्यायालय भेज दिया है।
चुनावी मोड में बाॅबी पंवार की गिरफ्तारी को लेकर एकदम हरकत में आ गयी है। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष पंवार की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि तानाशाही और दमन की भी एक सीमा होती है। उन्होंने कहा कि आखिर किस अपराध के तहत बॉबी पंवार को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार बागेश्वर में अपनी हार को देख बौखला और घबरा गई है। गौरतलब है कि बॉबी पंवार बागेश्वर उपचुनाव के दौरान प्रेस कांफ्रेंस कर कुछ मुद्दे उठाना चाहते थे। हाल ही में राज्य सरकार ने बेरोजगार संघ के आन्दोलित युवाओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की घोषणा की थी। बहरहाल, बॉबी पवार की आज हुई गिरफ्तारी के बाद बागेश्वर उपचुनाव का माहौल गर्मा गया है। कांग्रेस का आरोप है कि बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस के पार्टी प्रत्याशी की तय जीत से भाजपा सरकार बौखला गयी है।