श्री वृंदावन धाम के चित्र विचित्र जी महाराज ने किया श्री भक्तमाल कथा का वर्णन।

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देहरादून 22 अगस्त । मन्दिर श्री राधा कृष्ण मन्नूगंज द्वारा आयोजित श्री भक्तमाल कथा का शुभारंभ हुआ जिसमे श्री वृंदावन धाम के रसिक संत बाबा चित्र विचित्र जी महाराज जी ने श्री कृष्ण प्रेम व भक्तो की कथा मे कृष्ण के प्रेम की दीवानी मीरा भाई की कथा सुनाई सभी श्रोता मगन होकर प्रेम से नृत्य करने लगे।
समिति के संस्थापक राजेंद्र सभरवाल ने बताया कि जैसे श्रीमद भागवत कथा मोक्षदायनी है,उसी प्रकार श्रीभक्तमाल कथा भक्तो की कथा है। भक्तमाल कोई सामान्य रचना नहीं है,अपितु यह एक आशीर्वादात्मक ग्रन्थ है, भक्त के बिना भगवान् का अस्तित्व कैसा ? भक्त की भक्ति रूपी साधना ही भगवान् को प्रतिष्ठित करती है । चारों युगों के भक्तों की श्रृंखला माला ही भक्तमाल है । श्रीभक्तमाल ग्रन्थ के रचियता श्री नाभादास जी महाराज है । भक्तमाल कथा में भगवान् के प्रति भक्तों का समर्पण और उनकी दिव्य भक्ति का दर्शन है।
उन्होंने प्रबंध समिति की ओर से समस्त सनातनियों,धार्मिक व सामाजिक संस्थाओ को कथा श्रवण का पुण्य अर्जित करने के लिए आमंत्रित किया। समिति

पुजारी मनीष शर्मा, मुकेश शर्मा, अर्पित बग्गा, गौरव वाधवा, रजत सभरवाल, गुरदीप सिंह, ऋषभ अग्रवाल, उमेश मिनोचा सहित सैकडो रसिको ने भाग लिया।