कार्यवाही के निर्देश, पर्यटक स्थलों पर 8 मई से फिर शुरू होगा सैंपलिंग अभियान
देहरादून। राज्य में बीते एक माह में विशेष अभियान के अंतर्गत लिए गए नमूनों की आई जांच रिपोर्ट, 97 सैंपल में से 19 अधोमानक व पनीर के 8 सैंपल असुरक्षित मिले। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनसिंह रावत के निर्देशों पर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर राजेश कुमार के आदेश पर प्रदेश में वृहद स्तर पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम-2006 एवं विनियम 2011 के प्राविधानों के अंतर्गत खाद्य कारोबारियों के प्रतिष्ठानों के निरीक्षण एवं नमूना संग्रहण के लिए विशेष अभियान के तहत उपायुक्त खाद्य संरक्षा, मुख्यालय जीसी कांडवाल, उपायुक्त खाद्य संरक्षा गढ़वाल मंडल आरएस रावत एवं उपायुक्त खाद्य संरक्षा कुमायूं मंडल अनोज कुमार थपलियाल के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम की ओर से जनपद पौड़ी, टिहरी हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंहनगर के अभिहित अधिकारियों, वरिष्ठ/खाद्य सुरक्षा अधिकारियों एवं एफडीए विजिलेंस की संयुक्त टीम की ओर से चारधाम यात्रा मार्ग एवं अन्य स्थलों में संचालित होटल रिसोर्ट, रेस्टोरेंट, कैंप के रसोईघर एवं खाद्य पदार्थ भंडारण स्टोरों का निरीक्षण तथा फुटकर/थोक खाद्य विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों/निर्माण ईकाइयों का औचक निरीक्षण किया गया। कार्यवाही में खाद्य पदार्थों के कुल 117 नमूने (मसाले दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद, दाले तेल, शीतल पेय आदि) औषधि विश्लेषणशाला रुद्रपुर को भेजे गए। जांच के बाद खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार 19 नमूने अधोमानक व पनीर के 8 नमूने असुरक्षित पाए गए, जिस पर संबंधित जनपदों के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की ओर से विधिक कार्यवाही कर न्यायालय में वाद दायर करने की कार्यवाही की जाएगी। प्रयोगशाला को शेष नमूनों की जांच अविलंब कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला से मोबाईल वाहन सैंपलिंग जांच के लिए एवं विशेष कार्ययोजना के तहत द्वितीय चरण में प्रदेश के शेष जनपदों में से यात्रा मार्ग पर स्थित जनपद उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रूद्रप्रयाग व प्रमुख पर्यटक स्थलों में से जनपद नैनीताल एवं अल्मोड़ा में 8 से 27 मई तक संयुक्त टीम उपायुक्त (मुख्यालय)/ उपायुक्त गढ़वाल/कुमांयू के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया जाएगा।
दूध में मिलावट रोकने को उत्तर प्रदेश को लिखा पत्र
दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादनों में मिलावट को रोकने व इस कारोबार में संलिप्त अन्य प्रदेश के खाद्य कारोबारियों को विभाग द्वारा विनित किये जाने के उपरांत, खाद्य सुरक्षा आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार द्वारा खाद्य सुरक्षा आयुक्त, एफडीए उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर उनके राज्य में स्थित आपूर्तिकर्ताओं के विरूद्ध संयुक्त कार्यवाही करने व उनके स्तर से भी कार्यवाही के लिए अनुरोध किया गया है।